मुलायम के जन्मदिन पर करायी 110 युवतियों की शादी
सहारनपुर। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन समारोह मुजफ्फरनगर दंगा पीडि़तों सहित 200 से अधिक परिवारों के लिए सौगातों भरा साबित हुआ। 110 हिंदू व मुस्लिम निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह कराकर सपा ने एकतीर से दो निशाने साधे।
सहारनपुर। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन समारोह मुजफ्फरनगर दंगा पीडि़तों सहित 200 से अधिक परिवारों के लिए सौगातों भरा साबित हुआ। 110 हिंदू व मुस्लिम निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह कराकर सपा ने एकतीर से दो निशाने साधे।
दरअसल पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद सपा को मुगालता हो गया था कि अब प्रदेश में उसे हिलाने वाला कोई नहीं है। यही कारण रहा कि एक वर्ग विशेष के लिए तमाम कल्याणकारी योजनाएं संचालित करने से सपा की छवि भी सेकुलर की बजाय वर्ग विशेष की पार्टी की बन गई थी। सपा का यह मुगालता विगत लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने पर टूटा। मुलायम सिंह केवल परिवार के लोगो की ही लोकसभा सीट बचा पाये। इस घातक नुकसान से पार्टी को अहसास हुआ कि बहुसंख्यक वोट उससे पूरी तरह से छिटक गया है। इसके बाद पार्टी में ऐसे आयोजनों को तरजीह दी जाने लगी जो हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दे सकें। योजनाबद्ध तरीके से बिना किसी सरकारी अनुदान के सहारनपुर में 110 हिंदू-मुस्लिम कन्याओं का सामूहिक विवाह इसी का नतीजा है।
पूर्व राज्य मंत्री आशू मलिक के नेतृत्व में सपा महानगर प्रभारी मजाहिर हसन मुखिया आदि द्वारा कराये इस सद्भावना समारोह में दस हजार लोगों ने शिरकत की। जमीयत उलमा हिंद अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, बूडिया खानकाह के पीरजी हुसैन, नायब शहर काजी नदीम अख्तर आदि ने निकाह व कन्यादान कराया। स्वामी कैलाशानंद जी महाराज समारोह में नहीं पहुंचे।