Move to Jagran APP

जाते-जाते 52 हजार करोड़ के घोटाले की तैयारी

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता प्रशांत भूषण ने ऐन चुनावों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली पर सनसनीखेज आरोप लगा दिया है। भूषण के मुताबिक मोइली अपनी पसंद की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने को 52 हजार करोड़ का चूना लगाने की तैयारी में हैं। इस संबंध में उनके आदेश की प्रति सहित कागजात पेश कर उन्होंने दावा किया कि मंत्रालय के अधिकारियों ने भी इसे गलत माना है।

By Edited By: Published: Wed, 16 Apr 2014 01:55 PM (IST)Updated: Thu, 17 Apr 2014 03:41 AM (IST)
जाते-जाते 52 हजार करोड़ के घोटाले की तैयारी

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता प्रशांत भूषण ने ऐन चुनावों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली पर सनसनीखेज आरोप लगा दिया है। भूषण के मुताबिक मोइली अपनी पसंद की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने को 52 हजार करोड़ का चूना लगाने की तैयारी में हैं। इस संबंध में उनके आदेश की प्रति सहित कागजात पेश कर उन्होंने दावा किया कि मंत्रालय के अधिकारियों ने भी इसे गलत माना है।

loksabha election banner

आप नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के मुताबिक मोइली 21 साल पहले के केंद्र सरकार के फैसले की आड़ में यह काम करना चाहते हैं। उन्होंने आदेश जारी कर दिया है कि कैबिनेट की मंजूरी लेकर रत्ना तेल कुएं एस्सार कंपनी को दे दिए जाएंगे। मोइली चाहते हैं कि कंपनी को यह तेल कुएं वर्ष 1993 की दर पर ही दिए जाएं। जबकि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि ऐसे मामले में जब तक कंपनी के साथ समझौते पर दस्तखत नहीं हुआ हो, सरकार उसका पालन करने को बाध्य नहीं है। यहां तक कि पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों ने भी लिखित तौर पर कहा है कि इस पुराने फैसले को इसी रूप में लागू करना ठीक नहीं होगा। उधर, एस्सार का कहना है कि रत्ना ब्लाक का आवंटन पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के तहत हुआ था। यहां काम शुरू करने में पहले ही काफी देर हो चुकी है। अब तत्काल इसमें काम शुरू करना ही राष्ट्र हित में है।

भूषण ने कहा कि साफ है कि मोइली जाते-जाते चहेती कंपनियों को मोटा फायदा करा देना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अटार्नी जनरल जीई वाहनवती की सलाह का सहारा लिया है। 2जी मामले में ए राजा ने भी इन्हीं की सलाह का सहारा लिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान इस तरह का फैसला करने की शिकायत वह चुनाव आयोग से भी करेंगे। ऐसे मामलों में भाजपा की चुप्पी पर भी उन्होंने हैरानी जताई। इतने गंभीर आरोपों के बावजूद पेट्रोलियम मंत्री और कंपनी दोनों ने ही इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

पढ़ें: आपको चाहिए सस्ता पेट्रोल. तो वोट देना न भूलें

पढ़ें: 70 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ पेट्रोल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.