सात फीसद से भी कम रहेगी विकास दर : चिदंबरम
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम मानते हैं कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास की दर सात फीसद से नीचे रहेगी। जबकि केंद्र सरकार ने इसके सात फीसद से ऊपर रहने का अनुमान जताया है।
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम मानते हैं कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास की दर सात फीसद से नीचे रहेगी। जबकि केंद्र सरकार ने इसके सात फीसद से ऊपर रहने का अनुमान जताया है।
चिदंबरम ने शनिवार को यहां श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने इस वित्त वर्ष के लिए 8.5 फीसद का दावा करके शुरुआत की। अब 7.1 फीसद की उम्मीद की जा रही है। उनका अनुमान कहता है कि वित्त वर्ष 2015-16 में विकास दर सात फीसद भी नहीं रहने वाली है। विकास दर सात फीसद से नीचे रहेगी।
पूर्व वित्त मंत्री ने औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आइआइपी) एवं निर्यात के आंकड़ों पर जोर देते हुए कहा कि लगातार 13 महीने से निर्यात में गिरावट आई है। नवंबर में 24 उद्योग क्षेत्रों में से 17 की विकास दर नकारात्मक रही है। नवंबर में पूंजीगत वस्तुओं में 24 फीसद गिरावट आई है। स्टील, सीमेंट, तेल एवं गैस जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ग्रोथ नकारात्मक रही है।
चिदंबरम ने भारत के सबसे तेज विकास करने वाली अर्थव्यवस्था बन जाने पर हो रही चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि याद रखना चाहिए कि चीन ने 30 से अधिक वर्ष तक 10 फीसद की औसत दर से विकास किया है। इसकी बदौलत चीन की अर्थव्यवस्था हमसे तीन गुनी हो गई। जबकि 1980 के आसपास वह लगभग हमारे बराबर ही था। हमारे विकास ने चीन को पछाड़ दिया है, ऐसा कहने का कोई आधार नहीं है।
सरकार ने कम बारिश के कारण कृषि उत्पादन में गिरावट का हवाला देते हुए पिछले महीने विकास दर का पूर्वानुमान संशोधित किया था। सरकार ने विकास दर अनुमान पहले के 8.1 से 8.5 फीसद से कम करते हुए सात से 7.5 फीसद के बीच कर दिया था।