पेट्रोल-डीजल के भाव कम होने की उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी कटौती की उम्मीद जगा दी है। उम्मीद है कि सोमवार को ताजा पखवारे में कच्चे तेल की खरीद लागत का आंकलन करने के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती कीमतों ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी कटौती की उम्मीद जगा दी है। उम्मीद है कि सोमवार को ताजा पखवारे में कच्चे तेल की खरीद लागत का आंकलन करने के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती का ऐलान करेंगी। वैसे कटौती के पहले कंपनियां कच्चे तेल की कीमतों में चल रहे उतार-चढ़ाव पर भी ध्यान देगी। इसी के साथ ही डालर के मुकाबले रूपये की घटती कीमत भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती पर अंकुश लगा सकती है।
दरअसल चीन में आई मंदी के प्रभाव के बाद कच्चे तेल की कीमतें औंधे मुंह गिरकर 38 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गई। सरकारी तेल कंपनियों ने पिछले पखवाड़े जो तेल की कीमत तय की थी उसके लिए 48 डॉलर की कीमत को आधार बनाया था। लेकिन इस दौरान भारतीय तेल कंपनियों के लिए भी कच्चे तेल की खरीद मूल्य घट कर 44 डॉलर पर आ गया है।
ऐसे में उम्मीद है कि तेल कंपनियां सोमवार को भी पेट्रोल व डीजल की खुदरा कीमत को घटा कर आम जनता को राहत देंगी। लेकिन इस बारे में अंतिम पेट्रोलियम मंत्रालय से विचार विमर्श के बाद ही होगा। दरअसल, कच्चे तेल की कीमत में लगातार कमी होने की वजह से सरकार के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है। तेल क्षेत्र से होने वाले राजस्व संग्रह में कमी आ रही है।
उधर, जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में तेल की कीमतें और घट सकती हैं। इरान का तेल पूरी तरह से बाजार में नवंबर, 2015 से आना शुरु होगा। कई जानकार मान रहे हैं कि तब तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल के करीब भी जा सकती है। सस्ते कच्चे तेल से भारतीय अर्थव्यवस्था को कई तरह से फायदा होना तय है।
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