अब एलईडी लाइट्स को भी मिलेगी बीईई की रेटिंग
अभी एलईडी बल्ब बनाने वाली कंपनियों के लिए रेटिंग लेबल हासिल करना अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि दिसंबर तक कंपनियों के पास विकल्प होगा कि वे स्वैच्छा से लेबल पाने के लिए आवेदन करें
नई दिल्ली। आजकल एलईडी लाइट्स का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसका कारण इस लाइट्स से सीएफएल के मुकाबले बिजली का काफी कम खपत होना है। अब जल्द ही उपभोक्ता एनर्जी एफिशिएंसी रेटिंग लेबल वाले एलईडी बल्ब खरीद सकेंगे। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीर्इई) ने हाल ही में एलईडी बल्ब के लिए स्टैंडर्ड तय किए हैं।
हालांकि अभी एलईडी बल्ब बनाने वाली कंपनियों के लिए रेटिंग लेबल हासिल करना अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि दिसंबर तक कंपनियों के पास विकल्प होगा कि वे स्वैच्छा से लेबल पाने के लिए आवेदन करें, लेकिन दिसंबर के बाद यह रेटिंग लेबल एलर्इडी मैन्युफैक्चरर्स के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा।
अन्य उत्पादों की तरह एलर्इडी बल्ब को भी एनर्जी एफिशिएंसी के मुताबिक एक से पांच स्टार दिए जाएंगे, लेकिन सबसे अधिक बिजली की बचत करने वाले एलईडी बल्ब को अतिरिक्त स्टार भी दिए जा सकते हैं।
अभी यह माना जाता है कि एलईडी बल्ब सबसे अधिक बिजली बचाने वाले बल्ब हैं, लेकिन बीईई की वर्तमान रेटिंग देखी जाए तो बाजार में उपलब्ध लगभग सभी एलईडी बल्ब को टू स्टार या थ्री स्टार रेटिंग ही मिलेगी।इसका मतलब यह है कि इन एलर्इडी बल्ब को फाइव स्टार रेटिंग पाने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है।
बीईई की रेटिंग के मुताबिक 70 से 90 ल्युमेन प्रति वाट वाले बल्ब को टू स्टार, 90 से 105 ल्युमेन प्रति वाट वाले बल्ब को थ्री स्टार, 105 से 120 ल्युमेन प्रति वाट वाले बल्ब को फोर स्टार और 120 ल्युमेन प्रति वाट वाले बल्ब को फाइव स्टार रेटिंग दी जाएगी। अभी बाजार में उपलब्ध एलईडी बल्ब का ल्युमेन 80 से 105 प्रति वाट है।