ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन का चीन तक होगा विस्तार
इस्लामाबाद। ईरान के साथ गैस पाइपलाइन परियोजना को लेकर अमेरिकी विरोध के बावजूद पाकिस्तान इसका विस्तार चीन तक करने की संभावना के बारे में विचार कर रहा है। इस्लामाबाद में 26 अगस्त को होने वाली बैठक में पाकिस्तान और चीन के अधिकारी ग्वादर से पश्चिमी चीन तक पाइपलाइन बिछाने के बारे में बातचीत करेंगे। वे दोनों देशों के बी
इस्लामाबाद। ईरान के साथ गैस पाइपलाइन परियोजना को लेकर अमेरिकी विरोध के बावजूद पाकिस्तान इसका विस्तार चीन तक करने की संभावना के बारे में विचार कर रहा है।
इस्लामाबाद में 26 अगस्त को होने वाली बैठक में पाकिस्तान और चीन के अधिकारी ग्वादर से पश्चिमी चीन तक पाइपलाइन बिछाने के बारे में बातचीत करेंगे। वे दोनों देशों के बीच तेल पाइपलाइन के निर्माण संबंधी प्रस्ताव को भी स्वीकार करेंगे। दोनों पक्ष इकॉनॉमिक कॉरिडोर पर एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे। कैबिनेट इसे पहले ही मंजूरी दे चुका है। जुलाई के पहले सप्ताह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की चीन यात्रा के बाद यह बातचीत होने जा रही है। शरीफ की यात्रा के दौरान चीनी कंपनियों ने ग्वादर बंदरगाह से पश्चिमी चीन तक पाइपलाइन बिछाने के प्रति रुचि दिखाई थी। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने भी पाइपलाइन का विस्तार चीन तक करने के प्रति रुचि दिखाई है। इकॉनॉमिक कॉरिडोर के तहत ग्वादर बंदरगाह का चीन से सड़क और रेल संपर्क स्थापित किया जाएगा। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। शुक्रवार को अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए शरीफ ने उम्मीद जताई कि हांगकांग की तरह ग्वादर को भी एक सफल और मुक्त बंदरगाह बनाया जा सकेगा। इससे पाकिस्तान में विदेशी निवेश को आकर्षित किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी प्रतिबंधों की धमकी के बावजूद पाकिस्तान और ईरान ने 7.5 अरब डॉलर की गैस पाइपलाइन परियोजना का शुभारंभ इस साल मार्च में किया था। अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मद्देनजर पाकिस्तान से इस परियोजना को रद करने की अपील की थी, जिससे उसने इन्कार कर दिया था।