इस साल सरसों का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद
इस सीज़न में भारत में सरसों उत्पादन क्षमता बढने की पूरी उम्मीद है और ये तीन सालों में पहली बार होने जा रहा है। इसके लिए सरकार, गिरते तापमान, हल्की बारिश और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली ठंड के अभाव को ज़िम्मेदार मान रही है।
नई दिल्ली। इस सीज़न में भारत में सरसों उत्पादन क्षमता बढने की पूरी उम्मीद है और ये तीन सालों में पहली बार होने जा रहा है। इसके लिए सरकार, गिरते तापमान, हल्की बारिश और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली ठंड के अभाव को ज़िम्मेदार मान रही है। इससे सूखे के दो साल बाद किसानों की उम्मीदें बढी हैं। अनुमान है कि 6 राज्य जो अकेले तिलहन का 80 फीसदी उत्पादन करते है, इस बार इसमे 13 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है। खाद्य तेल व्यापारी भारत के सरसों उत्पादन पर नज़र रखे हुए हैं और उन्हें यहां से कुछ अच्छी खबर का इंतज़ार है।
सोमवार को सरसों का भाव गिरकर पिछले नौ महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल सरसों के फूलों में 10 से 15 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
पश्चिमी राज्यों में रोपण मौसम में उत्पादन लगभग 21 फीसदी बढ़ने की संभावना है, वहीं कृषि विभाग के मुताबिक हरियाणा, यूपी और पंजाब में 7 से 32 फीसदी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि मध्य प्रदेश में सरसों के उत्पादन में 6 फीसदी की गिरावट की आशंका जताई जा रही है।