Move to Jagran APP

इस साल सरसों का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद

इस सीज़न में भारत में सरसों उत्पादन क्षमता बढने की पूरी उम्मीद है और ये तीन सालों में पहली बार होने जा रहा है। इसके लिए सरकार, गिरते तापमान, हल्की बारिश और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली ठंड के अभाव को ज़िम्मेदार मान रही है।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2016 04:33 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2016 05:59 PM (IST)

नई दिल्ली। इस सीज़न में भारत में सरसों उत्पादन क्षमता बढने की पूरी उम्मीद है और ये तीन सालों में पहली बार होने जा रहा है। इसके लिए सरकार, गिरते तापमान, हल्की बारिश और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली ठंड के अभाव को ज़िम्मेदार मान रही है। इससे सूखे के दो साल बाद किसानों की उम्मीदें बढी हैं। अनुमान है कि 6 राज्य जो अकेले तिलहन का 80 फीसदी उत्पादन करते है, इस बार इसमे 13 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है। खाद्य तेल व्यापारी भारत के सरसों उत्पादन पर नज़र रखे हुए हैं और उन्हें यहां से कुछ अच्छी खबर का इंतज़ार है।

loksabha election banner

सोमवार को सरसों का भाव गिरकर पिछले नौ महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल सरसों के फूलों में 10 से 15 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।

पश्चिमी राज्यों में रोपण मौसम में उत्पादन लगभग 21 फीसदी बढ़ने की संभावना है, वहीं कृषि विभाग के मुताबिक हरियाणा, यूपी और पंजाब में 7 से 32 फीसदी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि मध्य प्रदेश में सरसों के उत्पादन में 6 फीसदी की गिरावट की आशंका जताई जा रही है।

पढ़े : शीत लहर से गेहूं व सरसों को फायदा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.