वस्त्र निर्यात में सुधार, चालू वित्त वर्ष में इजाफे की उम्मीद
चालू वित्त वर्ष में भारतीय वस्त्र निर्यात के क्षेत्र में सुधार देखा गया है और इसमें 20 बिलियन डॉलर के इजाफे की उम्मीद की जा रही है।
मुंबई। मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान भारत के वस्त्र निर्यात उद्योग में 20 बिलियन डॉलर के इजाफे की उम्मीद है। इस सेक्टर के लिए सरकार के जरिए नए प्रस्ताव भी लाए गए थे।
क्लॉथिंग मैन्युफैक्चसर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमएआई) के अध्यक्ष राहुल मेहता ने कहा, ‘गत हफ्ते टेक्सटाइल व अपैरल सेक्टर के लिए यूनियन कैबिनेट ने 6,000 करोड़ का पैकेज, तीन सालों में एक करोड़ नयी नौकरियों और 11 बिलियन डॉलर निवेश को अप्रूव किया।‘
खुशखबरी ! युवाओं को इस सेक्टर में मिलेंगी एक करोड़ नौकरियां
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मेहता ने बताया कि भारत के वस्त्र निर्यात में अभी 16.80 बिलियन डॉलर का अनुमान है, और इसे चालू वित्त वर्ष के दौरान 20 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
घरेलू गार्मेंट इंडस्ट्री को गिरती मार्केट कंडीशन का सामना करना पड़ रहा है।
सीएमएआइ की ओर से 13-15 जुलाई तक मुंबई में मेगा ट्रेड शो ‘द नेशनल गार्मेंट फेयर’ आयोजित की जाएगी। इस इवेंट में 812 ब्रांड्स और पूरे देश से करीब 40,000 रिटेलर्स हिस्सा लेंगे।
अपैरल इंडस्ट्री को इरान में सर्वाधिक एक्सपोर्ट की उम्मीद दिख रही है जहां 16 बिलियन डॉलर का मार्केट है और आयातों के जरिए करीब 60 फीसद मांग पूरी होती है।