रफ्तार में ड्रैगन को मात देगा बाघ
भारत का बाघ अपनी रफ्तार के बल पर पड़ोसी देश चीन के ड्रैगन को मात दे देगा। संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट का लब्बोलुआब यही है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की जो मौजूदा आर्थिक रफ्तार है, उस हिसाब से वह चीन को अगले साल ही पीछे छोड़ देगा। साल
संयुक्त राष्ट्र। भारत का बाघ अपनी रफ्तार के बल पर पड़ोसी देश चीन के ड्रैगन को मात दे देगा। संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट का लब्बोलुआब यही है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की जो मौजूदा आर्थिक रफ्तार है, उस हिसाब से वह चीन को अगले साल ही पीछे छोड़ देगा। साल 2016 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रहेगी। इसके उलट अगले साल चीन की विकास दर घटकर 6.8 फीसद पर आ जाएगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक समेत कई ग्लोबल संस्थान पहले ही ऐसी भविष्यवाणियां कर चुके हैं।
‘मध्यावधि अपडेट : विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं’ नामक इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की मदद से दक्षिण एशिया में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर इस साल 7.6 प्रतिशत रहेगी। अगले साल 2016 में यह 7.7 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। इस तरह वृद्धि दर के मामले में भारत चीन से आगे निकल जाएगा।
कम होगी ड्रैगन की रफ्तार
रिपोर्ट में चीन की वृद्धि दर इस साल सात फीसद पर आने और अगले वर्ष 6.8 प्रतिशत पर सिमटने का अनुमान लगाया गया है। इसके उलट दक्षिण एशिया का आर्थिक परिदृश्य बेहद अनुकूल है। ज्यादातर अर्थव्यवस्थाएं 2015-16 में तेज वृद्धि दर हासिल करेंगी। घरेलू खपत व निवेश बढ़ने और निर्यात में वृद्धि से अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार तेज होगी।