निर्यात में पांच फीसद की तेज गिरावट
नई दिल्ली। विदेश व्यापार के मोर्चे पर सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अक्टूबर में निर्यात में 5.04 फीसद की तेज गिरावट दर्ज की गई है। जबकि सोने के चलते आयात में 3.62 फीसद की वृद्धि की वजह से व्यापार घाटा 13.35 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। अक्टूबर
नई दिल्ली। विदेश व्यापार के मोर्चे पर सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अक्टूबर में निर्यात में 5.04 फीसद की तेज गिरावट दर्ज की गई है। जबकि सोने के चलते आयात में 3.62 फीसद की वृद्धि की वजह से व्यापार घाटा 13.35 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। अक्टूबर में सोने के आयात में 280.39 फीसद की भारी बढ़ोतरी हुई है।
इंजीनियरिंग, ड्रग्स एंड फार्मा, जेम्स एंड ज्वैलरी, कॉटन, मैन मेड यार्न और कारपेट के निर्यात में भारी कमी के चलते अक्टूबर में देश से केवल 26 अरब डॉलर का ही निर्यात हो पाया। इसके मुकाबले आयात बढ़कर 39.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आयात में यह वृद्धि सोने की वजह से हुई है। इस महीने 4.17 अरब डॉलर का सोना देश में आयात किया गया। पिछले साल इसी अवधि में केवल 1.09 अरब डॉलर का सोना आयात हुआ था।
निर्यातकों के संगठन फियो के अध्यक्ष रफीक अहमद ने विदेश व्यापार के ताजा आंकड़ों पर निराशा जताते हुए सरकार से अविलंब निर्यात सब्सिडी देने की मांग की है। उनका मानना है कि निर्यात की धीमी रफ्तार के चलते चालू वित्त वर्ष में निर्यात वृद्धि की दर इकाई में रह जाने की आशंका बन गई है।
अप्रैल से अक्टूबर के सात महीने की अवधि में निर्यात वृद्धि की दर 4.72 फीसद रह गई है। इस अवधि में देश से 189.79 अरब डॉलर का निर्यात हुआ है। जबकि 273.55 अरब डॉलर के आयात के साथ वृद्धि दर इस अवधि में 1.86 फीसद रही है। इस अवधि का व्यापार घाटा 83.75 अरब डॉलर रहा है।
सोना आयात पर अंकुश की तैयारी
सोने के बढ़ते आयात पर अंकुश लगाने के लिए कोशिशें तेज हो गई हैं। रिजर्व बैंक की इस बाबत सरकार से बातचीत शुरू हो गई है। चालू खाते का घाटा बढ़ने से यह जरूरत महसूस की जा रही है। बीते साल अगस्त में रिजर्व बंैक ने सोना आयात को लेकर कड़ी बंदिशें लगाई थीं। हालांकि बाद में चालू खाते के घाटे में कमी आते देख इसमें ढील दे दी गई थी।