पेट्रोल पंपों की संख्या तीन गुना करेगी एस्सार
एस्सार ऑयल ने अगले साल के अंत तक अपने पेट्रोल पंपों की संख्या तीन गुना बढ़ाकर 5,000 करने की तैयारी कर ली है।
नई दिल्ली। देश में निजी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी तेल कंपनी एस्सार ऑयल ने अगले साल के अंत तक अपने पेट्रोल पंपों की संख्या तीन गुना बढ़ाकर 5,000 करने की तैयारी कर ली है। एस्सार ऑयल के चेयरमैन प्रशांत रुइया ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में यह बात कही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में एस्सार के 1,550 पेट्रोल पंप हैं। अन्य 1,600 पेट्रोल पंप चालू होने की विभिन्न प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। रुइया ने कहा कि पिछली संप्रग सरकार ने हर माह डीजल मूल्य में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि के फैसले को लागू किया। मौजूदा राजग सरकार में कच्चे तेल (क्रूड) के गिरते दामों के बीच डीजल कीमतों को पूरी तरह नियंत्रण मुक्त कर दिया गया है। इसके चलते निजी क्षेत्र की कंपनियों को सरकारी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए मौका मिला है।
एस्सार ऑयल और रिलायंस इंडस्ट्रीज की 2006 में संयुक्त रूप से डीजल की घरेलू खुदरा बिक्री में 17 फीसद हिस्सेदारी थी। जबकि पेट्रोल कुल बिक्री में दोनों का हिस्सा 10 फीसद था। 2008 आठ में कच्चे तेल की कीमतें काफी ऊंचे चली गईं। मगर सरकारी तेल कंपनियों की ओर से भारी सब्सिडी के बल पर लागत से कम कीमत पर पेट्रोल और डीजल की बिक्री जारी रही।
भारी घाटे को देखते हुए मार्च, 2008 में रिलायंस ने अपने 1,432 पेट्रोल पंप बंद कर दिए थे। इसके उलट एस्सार ने सभी पेट्रोल पंपों को चालू रखा। यह दीगर है कि यहां पर सीमित मात्रा में केवल पेट्रोल की बिक्री की जा रही थी। भारी सब्सिडी के चलते सरकारी तेल कंपनियों की डीजल कीमत से एस्सार मुकाबला नहीं कर पा रही थी। इसलिए कंपनी ने डीजल की बिक्री बंद कर दी थी।
एस्सार ऑयल के एमडी व सीईओ ललित कुमार गुप्ता ने कहा कि कंपनी रिटेल नेटवर्क का विस्तार अलग-अलग फॉर्मेट में करने पर विचार कर रही है। कंपनी ने मिनी-मेट्रो और टियर-2 शहरों में प्रवेश करने की भी योजना बनाई है। कंपनी के 30 पेट्रोल पंपों पर सीएनजी भी उपलब्ध कराई जा रही है, जबकि छह पर ऑटो लिक्विड पेट्रोलियम गैस (एएलपीजी) मुहैया कराई जा रही है।