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महंगी डुप्लीकेट ट्रेनों के लिए रहिए तैयार

बढ़ते किरायों से यात्रियों की संख्या में आ रही गिरावट से चिंतित रेलवे ने बिना टिकट यात्रियों पर छापेमारी बढ़ाने का निर्णय किया है। वहीं कमाई बढ़ाने के नए-नए तरीके भी ईजाद किए जा रहे हैं। इसके तहत राजधानी जैसी व्यस्त ट्रेनों की डुप्लीकेट चलाकर जरूरतमंद यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने का प्रस्ताव है।

By Edited By: Published: Tue, 22 Oct 2013 03:27 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)

नई दिल्ली, [संजय सिंह]। बढ़ते किरायों से यात्रियों की संख्या में आ रही गिरावट से चिंतित रेलवे ने बिना टिकट यात्रियों पर छापेमारी बढ़ाने का निर्णय किया है। वहीं कमाई बढ़ाने के नए-नए तरीके भी ईजाद किए जा रहे हैं। इसके तहत राजधानी जैसी व्यस्त ट्रेनों की डुप्लीकेट चलाकर जरूरतमंद यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने का प्रस्ताव है।

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पढ़ें: आंकड़ों के खेल में रेल किराया दोगुना, यात्री हैरान

पिछले एक महीने में व्यस्त सीजन सरचार्ज लगाने, दूरंतो के किराये राजधानी/शताब्दी के बराबर करने और प्रीमियम ट्रेनों की कैटरिंग दरें बढ़ाने के बाद अब रेलवे बोर्ड रिजर्वेशन की बढ़ती मांग को भुनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए लंबी दूरी की राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों की डुप्लीकेट चलाई जाएंगी। इनमें प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को आरक्षण देकर उनसे अतिरिक्त किराया वसूला जाएगा।

दरअसल, रेलवे आरक्षण में मारामारी के बावजूद पिछले छह महीनों में रेल टिकटों की बुकिंग में पौने चार फीसद की गिरावट आई है। रेलवे बोर्ड की जांच से पता चला है कि महंगे किरायों के कारण छोटी दूरी के अनेक यात्रियों ने आरक्षित ट्रेनों में बिना टिकट के यात्रा शुरू कर दी है। इस रुख से चिंतित रेल मंत्रालय ने बिना टिकट यात्रियों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज करने का फैसला किया है। पिछले महीने ऐसे कुछ अभियान चलाए भी जा चुके हैं। इनमें तकरीबन पांच करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया।

लेकिन रेलवे इसे समस्या का स्थायी समाधान नहीं मानता। लिहाजा च्ज्यादा आरक्षण,च्ज्यादा कमाई' के नए फार्मूले पर काम हो रहा है। इसके तहत चुनिंदा ट्रेनों की डुप्लीकेट ट्रेनें चलाने की तैयारी है। वैसे डुप्लीकेट ट्रेनों का प्रस्ताव पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी के समय में ही तैयार हो गया था, लेकिन लागू नहीं किया जा सका था। अब उसे संशोधित रूप में लागू किया जाएगा। डुप्लीकेट ट्रेन का प्रावधान उन ट्रेनों के मामले में किया जाएगा, जिनमें प्रतीक्षा सूची के यात्रियों की संख्या एक निश्चित संख्या (जैसे 500) को पार कर जाएगी। इन्हें मूल ट्रेनों के रवाना होने के आधा-एक घंटे के भीतर ही चला दिया जाएगा। मूल ट्रेन के सभी प्रतीक्षारत यात्रियों को इनमें आरक्षण का मौका दिया जाएगा। परंतु इसके लिए तत्काल जैसी अतिरिक्त किराया दरें वसूली जाएंगी। स्कीम की कामयाबी जांचने के लिए शुरू में किसी ट्रेन के साथ पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे आगामी नवंबर माह से लागू किया जा सकता है।

कोलकाता मेट्रो के किराये

कोलकाता मेट्रो के किरायों में 18 अक्टूबर से लागू होने वाली जिस बढ़ोतरी को रेल रच्च्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी के दबाव में टाल दिया गया था, उसे दीपावली के बाद लागू किए जाने के संकेत हैं। कोलकाता मेट्रो के किराये पिछले 13 साल से नहीं बढ़ाए गए हैं।


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