कंज्यूमर सेंटीमेंट 2012 से अब तक के निचले स्तर पर
हालांकि आशावादियों की तादाद अब भी ज्यादा है, लेकिन इनकी संख्या लगातार घट रही है।
नई दिल्ली। सितंबर में एमएनआई इंडिया कंज्यूमर सेंटीमेंट सूचकांक 3.2 प्रतिशत गिरकर 115.3 पर आ गया, जो अगस्त में 119.1 के स्तर पर था। यह सर्वे नवंबर, 2012 में शुरू हुआ था और तब से लेकर अब तक यह सबसे निचले स्तर पर आ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि इस सूचकांक का 100 से ऊपर रहने का मतलब है कि आशावादियों की तादाद अब भी ज्यादा है, लेकिन पिछले साल से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। इससे सुस्त मांग का संकेत मिलता है।
देश में कमजोर मांग का उल्लेख रिजर्व बैंक ने भी किया है। रेपो रेट में एकमुश्त 0.50 प्रतिशत कटौती के फैसले की एक वजह यह भी थी। लंदन की रिसर्च फर्म एमएनआई इंडिकेटर्स के मुताबिक 2014 की शुरुआत से घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर निवेशकों के बढ़ते भरोसे का नतीजा था। लेकिन, अब यह भरोसा कमजोर पड़ता जा रहा है। सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोग घर-परिवार के माली हालत को लेकर कम आशावादी हैं।