Move to Jagran APP

काला धन घोषणा योजना की कामयाबी को कोशिशें तेज

एक बार के लिए खुली काला धन की इस खिड़की के जरिये घरेलू काली कमाई उजागर करने वालों को गोपनीयता की पूरी गारंटी होगी। विभाग के अफसरों से कहा गया है कि ऐसे लोगों को काले धन की घोषणा कर

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Thu, 23 Jun 2016 08:58 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2016 11:08 PM (IST)
काला धन घोषणा योजना की  कामयाबी को कोशिशें तेज

नई दिल्ली, प्रेट्र। आयकर विभाग के अधिकारी काला धन घोषणा योजना को सफल बनाने के लिए पुरजोर कोशिशें करेंगे। एक बार के लिए खुली काला धन की इस खिड़की के जरिये घरेलू काली कमाई उजागर करने वालों को गोपनीयता की पूरी गारंटी होगी। विभाग के अफसरों से कहा गया है कि ऐसे लोगों को काले धन की घोषणा करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस योजना का एलान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में किया था। पहली जून से यह अनुपालन खिड़की (कंप्लायंस विंडो) खुल चुकी है। यह 30 सितंबर को बंद होगी।

loksabha election banner

पढ़ें - साईं के मंदिर में आने वाला चढ़ावा है कालाधन: शंकराचार्य

पॉश मार्केट, बड़े शोरूमों और क्लबों में किया जाए स्कीम का प्रचार

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने विभाग को निर्देश दिया है कि वह इस अनुपालन खिड़की का पॉश मार्केट, क्लबों और बड़े शोरूमों में व्यापक प्रचार करे। आय घोषणा योजना-2016 को सफल बनाने के लिए बोर्ड ने चौतरफा रणनीति तैयार की है। इसमें गोपनीयता सुनिश्चित करने, देश भर में सुविधा केंद्र बनाने, व्यापक प्रचार-प्रसार और उच्चस्तरीय निगरानी करने जैसे दिशानिर्देश शामिल हैं। कर अधिकारियों से कहा गया है कि वे इन दिशानिर्देशों के हिसाब से काम करें। इस तरह के प्रचार संबंधी पोस्टर स्थानीय मेलों और सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी लगाने का निर्देश दिया गया है।

काली कमाई उजागर करने वालों को दी जाए गोपनीयता की गारंटी

सीबीडीटी ने कहा है कि उन लोगों का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाए, तो इस योजना के तहत काले धन की घोषणा करना चाहते हैं। उन्हें अपनी घोषणा बाधारहित माहौल में करने की सुविधा मिलनी चाहिए। गोपनीयता और आसानी सुनिश्चित करने के लिए सिर्फ वरिष्ठ अधिकारियों को एकल संपर्क के तौर पर नियुक्त किया गया है।

पढ़ें - देशी कालाधन उजागर करने के लिए सरकार ने दी चार माह की मोहलत

ये अधिकारी मुख्य आयकर आयुक्त या आयकर आयुक्त होंगे, जिनके सामने काला धन उजागर किया जा सकता है। इस योजना के सभी संबंधित रिकॉर्ड संबंधित अधिकारी की व्यक्तिगत देखरेख में सुरक्षित तरीके से रखे जाएं। आयकर घोषणा योजना 2016 के तहत चार महीने की सुविधा एक जून के तहत शुरू हुई है। उन्हें इस बेहिसाबी संपत्ति पर 45 प्रतिशत टैक्स, जुर्माना और सेस चुकाना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.