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सहयोगी बैंकों के SBI में विलय से किसी की नौकरी नहीं जाएगी : अरुंधती भट्टाचार्य

एसबीआई की अध्यक्ष अरुधंति भट्टाचार्य ने कहा कि SBI के सहायक बैंकों के विलय से कर्मचारियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।

By Lalit RaiEdited By: Published: Mon, 01 Aug 2016 12:58 AM (IST)Updated: Mon, 01 Aug 2016 03:54 AM (IST)

नई दिल्ली । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा कि सहायक बैंकों के एसबीआई में विलय को लेकर कर्मचारियों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि इससे न तो किसी की नौकरी जाएगी और न ही किसी के वेतन में कटौती होगी।

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उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में न तो किसी की नौकरी जाएगी और न ही किसी के वेतन में कटौती होगी। सिर्फ कुछ लोगों का स्थानांतरण हो सकता है। ऐसे में हड़ताल पर जाने की कोई वजह नहीं थी।

कर्मचारियों के विरोध के बाद भी एसबीआई बैंकों के विलय की तैयारी जोरों पर

बैंक कर्मियों ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को कामकाज ठप रखा था। अरुंधती ने कहा कि पांच सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय की प्रक्रिया अगले वर्ष मार्च तक पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंकों के विलय की पूरी प्रक्रिया मौजूदा वित्त वर्ष के आखिर तक पूरी हो जाएगी।

एसबीआई में बैंकों के विलय और आईडीबीआई के निजीकरण के विरोध में सरकारी और निजी बैंकों के लाखों कर्मचारियों ने शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल की थी। एसबीआई में यदि स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का विलय हो जाता है तो एसबीआई 37 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति वाला एक वृहद प्रतिष्ठान बन जाएगा।

गरीबों के लिए एसबीआई में 'नो इंट्री'


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