आर्थिक सुधार को लेकर सरकार प्रतिबद्ध- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री अरुण जेटली चार दिन की सिंगापुर और हांगकांग यात्रा पर है। जेटली आज सिंगापुर सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रुप में संबोधित करेंगे। इसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था में बेचैनी, ऊर्जा कीमतों में भारी गिरावट का प्रभाव और वैश्विक-एशिया कारोबार क्षेत्र में नए कारोबारी मॉडल की जरुरत आदि पर
सिंगापुर। वित्त मंत्री अरुण जेटली चार दिन की सिंगापुर और हांगकांग यात्रा पर है। जेटली ने सिंगापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आर्थिक सुधार के प्रति भारत प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार आर्थिक सुधार को बढ़ावा देने के लिए कइ नए कानून बनाने जा रही है।
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान को सरकार बढ़ावा दे रही है और निवेश के एक आकर्षक गंतव्य बनाने की दिशा में कदम उठा रही है। इसके साथ ही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
जेटली ने कहा कि दिवालियापन संहिता तैयार है और मध्यस्थता कानून तथा कई अन्य कानूनों में बदलाव प्रक्रिया में हैं।
उन्होने कहा कि हमारे एजेंडे में आर्थिक सुधार सबसे उपर है और बैंकरप्सी कोड को तैयार कर लिया गया है, साथ ही मनी बिल को भी पास करने की कोशिश जारी है। उन्होने कहा कि राज्यसभा में मनी बिल पास नहीं हो सका है क्योंकि वहां सत्ताधारी दल को बहुमत नहीं है।
उन्होने यहां कहा कि एक जमाना था जब विशेषज्ञ भारत को ब्रिक संगठन से निकालने की बातें किया करते थे। लेकिन आज भारत ब्रिक देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का देश है। (ब्रिक संगठन में भारत के अलावा ब्राजील, रुस, चीन और दक्षिण अफ्रिका शामिल हैं।)
उन्होंने कहा कि भारत में पॉलिसी पैरालिसिस का दौर बीत चुका है, साथ कराधान की नीतियों की अस्पष्टता भी दूर कर ली गई है। उन्होने कहा कि भारत के विभिन्न राज्यों में निवेश आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे से होड़ लगी है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन भी सिंगापुर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। वैश्विक अनिश्चितता के बीच वृद्धि का प्रयास सत्र में वे शामिल होंगे।
इसके अलावा जेटली गोल्डमैन साक्स द्वारा सिंगापुर और हांगकांग में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। अपनी 20-21 सितंबर की दो दिन की हांगकांग यात्रा के दौरान वित्त मंत्री वैश्विक निवेशकों के साथ बैठक करेंगे और उनसे देश के बुनियादी ढांचा, विनिर्माण और स्मार्ट शहर सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश को कहेंगे। जेटली 22 सितंबर को स्वदेश लौटेंगे।