दिल्ली और गुड़गांव में हुआ घोटाले की राशि का निवेश
राजस्थान में 1500 करोड़ रुपये के सिंडीकेट बैंक लोन घोटाले की राशि के इस्तेमाल को लेकर नया खुलासा हुआ है।
जागरण संवाददाता, जयपुर । राजस्थान में 1500 करोड़ रुपये के सिंडीकेट बैंक लोन घोटाले की राशि के इस्तेमाल को लेकर नया खुलासा हुआ है। घोटाले की कुल राशि में से 700 करोड़ रुपये दिल्ली, गुड़गांव और जयपुर के प्रॉपर्टी प्रोजेक्ट में निवेश किया गया। तीनों शहरों के 25 से अधिक बिल्डर ऐसे हैं, जिन्होंने घोटाले की रकम अपने प्रोजेक्ट में निवेश की। सीबीआइ की जांच में सामने आया है कि घोटाले के मुख्य सूत्रधार भरत बंब और शंकर खंडेलवाल ने पिछले माह ही नोएडा में एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया था।
इधर जांच एजेंसी दो दिन तक पूछताछ के बाद आरोपी भरत बंब और शंकर खंडेलवाल को गिरफ्तार कर दिल्ली मुख्यालय ले गई है। सीबीआइ ने घोटाले के राजदार सिंडीकेट बैंक के तीन अधिकारियों को भी हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद इनकी गिरफ्तारी भी संभव है। इन अधिकारियों के आवास और कार्यालयों की तलाशी में घोटाले से जुड़े दस्तावेज और हार्ड डिस्क बरामद किए गए हैं। सीबीआइ प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि भरत बंब को शुक्रवार शाम सीबीआइ की जयपुर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे सात दिन की रिमांड पर लिया गया है।
इधर सिंडीकेट बैंक की विजिलेंस टीम भी घोटाले की जांच में प्रतिदिन हो रहे नए खुलासों को लेकर हैरान है। गौरतलब है कि सीबीआइ ने सिंडीकेट बैंक दिल्ली एनसीआर ब्रांच के तत्कालीन महाप्रबंधक सतीश कुमार, जयपुर के तत्कालीन क्षेत्रीय उप महाप्रबंधक संजीव कुमार, एमआइ रोड शाखा के तत्कालीन मैनेजर देशराज मीणा, मालवीय नगर शाखा के सहायक मैनेजर आदर्श मनचंदा और उदयपुर के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक अवधेश तिवाड़ी के खिलाफ नाजमद रिपोर्ट दर्ज की है।