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जानिए प्रधानमंत्री की मध्य एशिया यात्रा से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजकल मध्य एशिया के देशों की यात्रा पर हैं। इस यात्रा में वे उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान जाएंगे। आज प्रधानमंत्री रूस में है। पेश हे इस यात्रा से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2015 11:41 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2015 01:08 PM (IST)

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजकल मध्य एशिया के देशों की यात्रा पर हैं। इस यात्रा में वे उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान जाएंगे। आज प्रधानमंत्री रूस में है। उनका यह दौरा 6 से 13 जुलाई तक चलेगा। दो दिन के उज्बेकिस्तान दौरे के बाद पीएम मोदी 7-8 जुलाई को कजाख्स्तान में रहे। उफा से वापसी में वह 10-11 जुलाई को तुर्कमेनिस्तान, 11-12 जुलाई को किर्गिस्तान और 12-13 जुलाई को तजाकिस्तान का दौरा करेंगे। पेश है इस यात्रा से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें-

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1- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और कजाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंध बड़े पैमाने पर बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। भारत और कजाकिस्तान के व्यापारिक समुदायों के सदस्यों की एक व्यापार बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले दशक में हुई कजाकिस्तान की आर्थिक प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान विपुल प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है और भारत में इन संसाधनों की भारी मांग है, इसलिए दोनों देशों में साझेदारी की व्यापक संभावनाएं हैं।

2- प्रधानमंत्री ने कजाकिस्तानी कंपनियों से भारत में निवेश बढ़ाने, विशेषकर नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों, आवास और रेलवे के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की अपील की। श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी से कजाकिस्तान लाभ उठा सकता है, जो आधुनिक प्रौद्योगिकी, इंजीनियरी कौशल और लागत की दृष्टि से किफायती व्यवस्थाएं लेकर आएंगी।

3- प्रधानमंत्री ने कहा कि कजाकिस्तान सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत की ताकत से भी लाभ उठा सकता है। उन्होंने कहा कि संचार सुविधाओं में कमी दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध गहन बनाने की दिशा में सबसे बड़ी रुकावट है। उन्होंने भारत और कजाकिस्तान के बीच संचार संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

4- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कजाकिस्तान के प्रधानमंत्री करीम मास्सिमोव ने सतपायेव खोज ब्लॉक में ड्रिलिंग परियोजना का भी अवलोकन किया, जिसमें ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की प्रमुख हिस्सेदारी है।

5- उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति करिमोव ने कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी और ऊर्जा के क्षेत्र में जारी सहयोग को सशक्त बनाने का समर्थन किया।

6- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्बेकिस्तान से यूरेनियम की आपूर्ति संबंधी समझौते को अमल में लाने के लिए जरूरी कदमों के बारे में भी चर्चा की। इस समझौते पर पहले ही हस्ताक्षर किये जा चुके हैं जिसके तहत उज्बेकिस्तान भारत को 2000 मीट्रिक टन यूरेनियम की सप्लाई करेगा।

7- राष्ट्रपति करिमोव के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और उज्बेकिस्तान के बीच सम्पर्क बढ़ाने के बारे में चर्चा की। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे के बारे में चर्चा की और उज्बेकिस्तान को उसका सदस्य बनने का प्रस्ताव किया। प्रधानमंत्री ने उज्बेकिस्तान से अश्गाबात समझौते में भारत के सम्मिलित होने के लिए उनका समर्थन मांगा।

8- उज्बेकिस्तान के साथ भारत ने संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में कई समझौते किए।

9- बुधवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी रूस पहुंचे। यहां वे ऊफा में होनेवाले एससीओ समिट में भाग लेंगे। इस समिट में छह देशों के समूह ऊफा में भारत को भी शामिल करने के बारे में चर्चा होगी।

10- उफा में फिलहाल छह देश- चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान हैं। बताया जा रहा है कि भारत को सदस्यता देने की प्रक्रिया अगले साल तक पूरी होगी। साथ ही पाकिस्तान को भी इसकी सदस्यता दी जाएगी जिससे संगठन के सदस्यों की संख्या आठ हो जाएगी। इस समूह का गठन संपर्क सुविधाएं बढ़ाने, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने, ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग और व्यापार बढ़ाने और नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने पर केंद्रित है।


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