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कासकर ने उगला राज, जाकिर नाइक को पैसे देता था दाऊद

इसी कड़ी में उसने पुलिस को बताया है कि जाकिर नाइक को दाऊद इब्राहिम से नियमित तौर पर पैसे मिलते रहे हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 27 Sep 2017 12:21 PM (IST)Updated: Wed, 27 Sep 2017 12:21 PM (IST)
कासकर ने उगला राज, जाकिर नाइक को पैसे देता था दाऊद

मुंबई, राज्य ब्यूरो। माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम भगोड़े इस्लामी उपदेशक डॉ. जाकिर नाइक को नियमित तौर पर पैसे देता था। यह सनसनीखेज रहस्योद्घाटन पिछले सप्ताह मुंबई में गिरफ्तार किए गए दाऊद के छोटे भाई इकबाल कासकर ने किया है।

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इकबाल कासकर को हफ्ता उगाही के मामले में 18 सितंबर को गिरफ्तार किया गया है। उससे इन दिनों ठाणे हफ्ता वसूली निरोधक प्रकोष्ठ की टीम पूछताछ कर रही है, जिसके मुखिया एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा हैं। पूछताछ में इकबाल रोज कुछ न कुछ नए खुलासे कर रहा है। इसी कड़ी में उसने पुलिस को बताया है कि जाकिर नाइक को दाऊद इब्राहिम से नियमित तौर पर पैसे मिलते रहे हैं।

ऐसा पहली बार नहीं है जब दाऊद और जाकिर नाइक के संबंधों का खुलासा हुआ है। इससे पहले इसी साल फरवरी में नाइक के मुख्य वित्तीय अधिकारी आमिर गजदर ने भी पुलिस के सामने कबूला था कि जाकिर को दाऊद इब्राहिम से आर्थिक मदद मिलती रही है। गजदर के अनुसार, दाऊद यह मदद एक मध्यस्थ सुल्तान अहमद के जरिये जाकिर तक पहुंचाया करता था।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16 फरवरी, 2017 को गजदर को गिरफ्तार कर उस पर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था। जाकिर नाइक बांग्लादेश में हुए एक आतंकी विस्फोट के बाद से भारत नहीं लौटा है। उसके द्वारा भारत में चलाए जाने वाले इस्लामी रिसर्च फाउंडेशन की जांच फिलहाल एनआइए कर रही है। अब तक जाकिर नाइक अपने आतंकी संबंधों से पल्ला झाड़ता रहा है। लेकिन इकबाल कासकर द्वारा उसके दाऊद से संबंध उजागर किए जाने के बाद उस पर एनआइए का शिकंजा और कस सकता है। इकबाल कासकर एक भवन निर्माता से जबरन उगाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके बाद एक आभूषण व्यवसायी ने भी उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

इकबाल के खिलाफ ईडी ने भी दर्ज किया मामला ईडी ने भी मंगलवार को इकबाल कासकर और उसके दो सहयोगियों इसरार जेड. सैयद और मुमताज ए. शेख के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। दरअसल, इकबाल ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि दाऊद की पत्नी महजबिन दुबई आती रहती है और वहां से वह वसूली से होने वाली आमदनी का हिसाब-किताब रखती है। माना जा रहा है कि इकबाल पिछले पांच वर्षों से मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई से हफ्ता वसूली कर पैसा दुबई भेजता

रहा है। ईडी इसी लेन-देन की जांच करना चाहता है।

हर दूसरे दिन बदला जाता है कासकर का लाक-अप

अंडरवल्र्ड दाऊद के भाई इकबाल कासकर की सुरक्षा को लेकर चिंतित ठाणे पुलिस रणनीति के तहत हर दूसरे दिन उसका लाक-अप बदल देती है। जिन पुलिस अधिकारियों पर दाऊद के भाई की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनका कहना है कि कासकर को अलग-अलग लाक-अप में रखने का मकसद उसे जिंदा रखना है, क्योंकि जांच अभी चल रही है।

हालांकि जांच टीम ने कासकर के उनके प्रति व्यवहार को लेकर पूछे गए सवाल पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया, जबकि पुलिस विभाग के ही कुछ अधिकारियों का कहना है कि वह सिगरेट की मांग करता है, लेकिन उसे कोई भी विशेष ट्रीटमेंट नहीं दिया गया है। वकील वाईपी सिंह कहते हैं, 'किसी भी आरोपी के हिरासत का स्थान बदलने में कुछ भी गलत नहीं है। गिरफ्तार मुजरिम को किस लाक-अप में रखना है, यह जांच अधिकारी का विशेषाधिकार है।Ó वाईपी सिंह पूर्व आइपीएस अधिकारी हैं।

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