तपती धूप में काम नहीं करता ग्लैमर
राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव जयंत चौधरी लोकसभा में अपनी दूसरी एंट्री के लिए घमासान में फंसे हैं। मथुरा में चुनाव प्रचार के दौरान वह भाजपा प्रत्याशी हेमामालिनी पर बात करने से भले ही बच रहे हों, लेकिन दैनिक जागरण से बातचीत में उन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेमा ग्लैमर के बूते संसद में जाना चाहती हैं। उन्
आगरा [अवधेश महेश्वरी]। राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव जयंत चौधरी लोकसभा में अपनी दूसरी एंट्री के लिए घमासान में फंसे हैं। मथुरा में चुनाव प्रचार के दौरान वह भाजपा प्रत्याशी हेमामालिनी पर बात करने से भले ही बच रहे हों, लेकिन दैनिक जागरण से बातचीत में उन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेमा ग्लैमर के बूते संसद में जाना चाहती हैं। उन्हें गरीबों के पसीने से बदबू आती है। चुनाव बाद संप्रग गठबंधन की स्थिति पर जयंत ने साफ कहा कि इस सवाल का जवाब मेरे पास नहीं है। यह जनता तय करेगी।
देश में मोदी लहर के सवाल पर जयंत ने उलटा सवाल किया कि मोदी लहर क्या है? ऐसा थोड़े ही है कि एसी में बैठ गए और शीतलहर बहने लगी। चुनावों के लिए गर्मी की लू से तपती दोपहरी में निकलना पड़ता है। भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं। इसीलिए उसने घोषणा पत्र जारी करने में देरी की और अब एक आदमी को प्रोजेक्ट कर रही है। एक आदमी से चुनाव नहीं जीता जाता। यह अमेरिका नहीं हिंदुस्तान है। जब उनसे मथुरा संसदीय क्षेत्र में उनकी ओर से कोई तीन बड़े काम बताने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि संसद में भूमि अधिग्रहण की मनमानी रोकने के लिए मैं ही निजी विधेयक लेकर आया। वृंदावन के लिए दिल्ली से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कराई। हेलीकॉप्टर ने 800 उड़ानें भरीं, लेकिन यात्री ही नहीं मिले। उप्र सरकार ने सेवा के संचालन में सहयोग नहीं किया। हेलीपैड तक ठीक से रोड भी नहीं बनवाई।
भविष्य की योजनाओं पर उन्होंने कहा कि मैं वृंदावन को धाम का दर्जा दिलाना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा न हो सका। अब कोशिश होगी। मथुरा को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल कराना चाहता था। हम प्रस्ताव मांगते रहे, लेकिन लखनऊ से नहीं भेजा गया। अगली बार हम इसे पूरा करेंगे। हेमामालिनी की ओर से पेश की जा रही चुनौती पर बोले, तपती धूप में ग्लैमर और मेकअप काम नहीं करता। एसी गाड़ी में बैठकर हाथ हिलाने से बात नहीं बनती। हेमामालिनी के इस आरोप पर जयंत गुस्साए कि भाजपा गठबंधन से पिछला चुनाव जीते और कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने कहा कि हेमा ने पिछली बार मुझे समर्थन दिया, लेकिन अब मेरे खिलाफ मैदान में हैं। यदि हमारा गठबंधन गलत है तो हेमामालिनी गारंटी लें कि चुनाव बाद भाजपा किसी अन्य पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। भाजपा सबसे ज्यादा अविश्वसनीय है। हेमा पहले राजनीति समझें। उनकी पार्टी के अमित शाह और सपा के आजम में कोई अंतर नहीं है।