Move to Jagran APP

नीतीश को नहीं सीएनटी-एसपीटी संशोधन की सही जानकारी

गिलुवा ने कहा कि नीतीश सीएनटी-एसपीटी संशोधन के ज्ञान से पूरी तरह से अनभिज्ञ हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 13 Jun 2017 10:16 AM (IST)Updated: Tue, 13 Jun 2017 10:16 AM (IST)
नीतीश को नहीं सीएनटी-एसपीटी संशोधन की सही जानकारी
नीतीश को नहीं सीएनटी-एसपीटी संशोधन की सही जानकारी

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें सीएनटी-एसपीटी संशोधन की सही जानकारी नहीं है। यहां जारी एक बयान में बिहार के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए गिलुवा ने कहा कि बेहतर होता वे एक्ट में संशोधन की सही जानकारी लेकर झारखंड आते। लगता है उनके स्क्रिप्ट राइटर ने सही भाषण लिखकर नहीं दिया, इसीलिए गैर जिम्मेदाराना बयान देते फिर रहे हैं।

loksabha election banner

गिलुवा ने कहा कि नीतीश सीएनटी-एसपीटी संशोधन के ज्ञान से पूरी तरह से अनभिज्ञ हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि इससे पूर्व भी एक्ट की धाराओं में कांग्रेस और यूपीए शासन में संशोधन हुआ है। उस वक्त किए गए ये सारे संशोधन उद्योग-धंधों व खान खनिज के लिए किए गए थे। वर्ष 1996 में लालू यादव की सरकार में उद्योगों को भूमि आवंटन करने के लिए उन्हीं नेताओं ने संशोधन कराया था जो आज विरोध की राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रघुवर दास सरकार ने उद्योग धंधों को भूमि आवंटित करने के लिए कोई संशोधन नहीं किया है।

बल्कि एक सामान्य सरलीकरण की प्रक्रिया की गई है जो आदिवासियों-मूलवासियों के शत प्रतिशत हित में है। राज्य सरकार आदिवासियों को मुख्यधारा से जोडऩा चाहती है। जो आदिवासी स्वेच्छा से अपनी जमीन पर रोजगार करना चाहते हैं उसे सरलीकरण के माध्यम से व्यापार खड़ा करने का प्रावधान किया गया है। संशोधित एक्ट में उनके मालिकाना हक से भी कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। रघुवर सरकार ने एसएआर कोर्ट को बंद कर जमीन को हस्तांतरित कराने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, जो एक एक महत्वपूर्ण और एतिहासिक कदम है। 

यह भी पढ़ें:  आदिवासियों को बेदखल करने पर तुली झारखंड सरकार: नीतीश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.