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ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा, ब्लैकमेल कर दर्ज करवाई थी प्राथमिकी

ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा कि सहेली दिव्या व दिवाकर ने उसे ब्लैकमेल कर झूठी प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए विवश किया था।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 21 Apr 2017 11:39 AM (IST)Updated: Fri, 21 Apr 2017 11:39 AM (IST)
ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा, ब्लैकमेल कर दर्ज करवाई थी प्राथमिकी
ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा, ब्लैकमेल कर दर्ज करवाई थी प्राथमिकी

जागरण संवाददाता, रांची। धनबाद की रहने वाली ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा है उसकी नग्न वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देकर उसकी सहेली दिव्या कुमारी और दिव्या के दोस्त दिवाकर ने ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव संजय शर्मा पर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। गुरुवार को रांची में संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि संजय शर्मा के खिलाफ दुष्कर्म की झूठी प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी।

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गिरिडीह के सदर थाना में दर्ज इस प्राथमिकी के बाद पीडि़ता ने कोर्ट में 164 के तहत बयान दिया था। बयान में उसने कहा था कि उसकी सहेली दिव्या और दिवाकर शर्मा ने उसे ब्लैकमेल कर झूठी प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए विवश किया था। उसने कहा कि कोर्ट में बयान दिए हुए 2 माह हो गए, लेकिन पुलिस अब तक ब्लैकमेल करने वाले दोनों शख्सों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है।

पीडि़ता का कहना है कि संजय शर्मा निर्दोष हैं तथा भारतीय ताइक्वांडो महासंघ कि कुर्सी की लड़ाई में एक साजिश के तहत उन्हें फंसाने की कोशिश की गई है, इसका वह खुद भी शिकार बनी है। पीडि़ता ने इस संबंध में बोकारो के एसपी को भी 18 अप्रैल को लिखित शिकायत की है। पीडि़ता का आरोप है कि 14 फरवरी 2017 को सबसे पहले वह बोकारो थाने गई थी जहां से उसे भगा दिया गया था। डीआइजी बोकारो ने उसके आवेदन को ले लिया था पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी। पीडि़ता का आरोप है कि बोकारो रेलवे स्टेशन तथा रांची एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों आरोपी दिखे और उनकी पहचान भी हुई, इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

जानिए, क्या है मामला

पीडि़ता ने अदालत को दिए 164 के बयान में कहा है की दिव्या कुमारी उसकी सहेली थी, जिसने नहाते हुए उसका वीडियो बना लिया था। ताइक्वांडो चैंपियनशिप के दौरान दिव्या ने अपने दोस्त दिवाकर से उसे मिलवाया। तब दिवाकर ने उसे वह वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। दबाव में उसने ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव संजय शर्मा पर कमला मार्केट थाना में झूठा केस दर्ज करवाया। कमला मार्केट थाने में जीरो एफआइआर हुआ था, जिसे झारखंड ट्रांसफर कर दिया गया। दिव्या के बयान पर बोकारो में और पीडि़ता का बयान पर गिरिडीह में दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। संजय शर्मा जेल भेजे गए थे। अब पीडि़ता कहती है की असली गुनाहगार दिव्या और उसका ब्वॉयफ्रेंड दिवाकर है, जिसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है। दोनों फिलहाल कहां हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं है।

एसआइटी कर रही है जांच

इस मामले में बोकारो के एसपी वाइएस रमेश ने बताया कि पीडि़ता के बयान पर एक एसआइटी का गठन किया गया है। एसआइटी में तीन डीएसपी शामिल किए गए हैं। बोकारो से दिल्ली तक पीडि़ता ने जिन-जिन बिंदुओं को उठाया है, उन सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी बातें सामने आएंगी, उसके अनुसार पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
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