यह गर्मी देगी बाद में राहत, मानसून अच्छा होने की संभावना
अलनीनो के प्रभाव के बाद अगले वर्ष होती है अच्छी बारिश जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड में इस वर्ष
अलनीनो के प्रभाव के बाद अगले वर्ष होती है अच्छी बारिश
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड में इस वर्ष मानसून की स्थिति वर्ष 2015 की तुलना में बेहतर होगी। भारत मौसम विभाग का पूर्वानुमान मानें तो मानसून के आंकलन से संबंधित परिस्थितियां फिलहाल अनुकूल हैं। मौसम वैज्ञानिक आरएस शर्मा ने बताया कि पैसिफिक ओसियन में अलनीनो के कारण समुद्रतल गर्म हो चुका था, जो अब ठंडा हो रहा है। पिछले दो वर्षो से अलनीनो के प्रभाव के कारण मानसून काफी कमजोर रहा। मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें, तो जब-जब अलनीनो का प्रभाव पड़ा है, उसके बाद वाले वर्ष में मानसून की स्थित काफी अच्छी रही है। मार्च से लेकर मई तक का काल प्री-मानसून के रूप में ही होता है। इन तीन महीनों में मौसम में हो रहे बदलाव से भी यह आंकलन किया जाता है कि जून से सितंबर तक मानसून की स्थिति कैसी होगी। सामान्य तापमान में हो रही वृद्धि भी मानसून के लिए शुभ संकेत हैं। उन्होंने बताया कि मानसून सामान्य रहा तो 96 से 104 फीसद बारिश होने की संभावना है। जबकि मानसून सामान्य से अधिक प्रभावी होगा तो 104 से 110 फीसद तक बारिश होने की संभावना है। यदि मानसून बहुत अधिक प्रभावी हुआ तो 110 फीसद से अधिक बारिश होने की भी संभावना है। उन्होंने बताया कि झारखंड में मानसून का प्रवेश कब होगा, यह बता पाना फिलहाल संभव नहीं है।