इस वर्ष जनवरी में नहीं बजेगी शहनाई, जानें आखिर क्या है कारण
इस वर्ष 57 दिन लग्न, शुक्र व गुरू की नींद और अधिमास की योग ने घटाई तिथियां।
पत्थलगडा, चेतन पांडेय। यदि आप इस साल शादी करने का मन बना रहे हैं। तो ध्यान दें, वर्ष 2018 में शादी के लिए मात्र 57 मुहूर्त ही हैं। ऐसे में जितना जल्दी हो सके शादी की तैयारियां शुरू कर लीजिए। 2018 के जनवरी में शादी के लिए एक भी मुहूर्त नहीं है। ऐसा पांच साल के बाद हो रहा है। 14 मार्च से 14 अप्रैल तक सूर्य की मीन संक्रांति की खरमास होने के कारण विवाह बंद रहेंगे। 16 मई से 13 जून तक अधिक मास होने के कारण शादी का मुहूर्त नहीं है।
हर तीन साल बाद एक बार होता है अधिमास
नवंबर में गुरु अस्त होने के कारण एक भी विवाह मुहूर्त नहीं है। इस वर्ष शुक्र और गुरु की नींद एवं अधिमास के योग ने शादी की तिथियां घटा दी है। शादी की माह से के रूप प्रचलित मई व जून में शादी के बहुत कम लग्न हैं। जबकि नवंबर माह में तो शादी की लग्न है ही नहीं। इतना ही नहीं इस वर्ष कई माह में शादी की तो एक भी मुहूर्त नहीं है। जनवरी में शुक्र अस्त होने के कारण इस माह शादी की एक भी मुहूर्त नहीं है। वहीं नवंबर में गुरु अस्त होने के कारण विवाह के योग नहीं बन रहे हैं। तीन साल पर एक बार आने वाले अधिक मास नये साल 2018 में हो रहा है। 16 मई से 13 जून तक विक्रम संवत की ज्येष्ठ माह में अधिमास रहेगा। अधिकमास के कारण मई में शादी की कम लग्न होंगे। अधिमास हर तीन साल बाद एक बार होता है। इसे पुरूषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस माह के दौरान मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इस बार यह ज्येष्ठ माह में होगा। आमतौर पर ज्येष्ठ माह में शादी के अधिक मुहूर्त होते हैं, लेकिन इस बार अधिमास होने के कारण इस माह में शादी के कम योग बन रहे हैं।
सबसे अधिक जून व सबसे कम मार्च में लग्न
2018 में शादी के लिए सबसे ज्यादा लग्न जून एवं सबसे कम मार्च महीने में है। जनवरी में शुक्र अस्त होने से एक भी मुहूर्त नहीं है। आचार्य चेतन शर्मा ने बताया कि फरवरी में 11, मार्च में 7, अप्रैल में 9,मई में 8,जून में 14, एवं दिसंबर महीने में 8 शादी की लग्न हैं। अधिमास के कारण मई में कम मुहूर्त होंगे। जबकि नवंबर महीने में गुरु के अस्त होने के कारण शादी के लग्न नहीं मिल रहे हैं।
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