पारसनाथ स्टेशन की हो रही उपेक्षा
संस, निमियाघाट (गिरिडीह) : पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के अधीन पारसनाथ स्टेशन को भले ही थ्री ग्रेड देकर अपग्रेड कर दिया गया हो। उसके सौंदर्य में चार चांद लगा दिया गया हो, लेकिन अब तक इसे पुराने फुट ओवर ब्रिज से निजात नहीं मिल सकी है। प्रतिदिन दो-तीन लाख की आमदनी देने वाले पारसनाथ स्टेशन की उपेक्षा के पीछे क्या कारण है पता नहीं।
सौंदर्यीकरण के बाद पुराने व संकरे फुट ओवर ब्रिज को बड़ा करने की मांग स्थानीय नागरिक वर्षो से कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी सुध ही नहीं ले रहे हैं। लोगों ने महाप्रबंधक, पूर्व डीआरएम सहित अन्य रेल अधिकारियों के समक्षइस मामले को उठाया है, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हुई है। पारसनाथ स्टेशन पर बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल, हजारीबाग व गिरिडीह जिले के कई प्रखंडों के लोग ट्रेन पकड़ने आते हैं। एक साथ दो ट्रेनों के रुकने पर फुटपाथ ओवर ब्रिज में खचाखच भीड़ हो जाने से कई लोगों की ट्रेन भी छूट जाती है। पारसनाथ स्टेशन पर दो फुट ओवर ब्रिज की आवश्यकता है। एक का संपर्क प्लेटफाम से हो और दूसरे का आसपास के गांव से आने जाने वाले लोग के लिए। स्टेशन का प्लेटफार्म ऊंचा किया गया। आधुनिक सुविधाएं मुहैया करायी गयी, लेकिन फुट ओवर ब्रिज जस की तस रह गया। यात्रियों की बढ़ती संख्या के लिए फुट ओवर ब्रिज का चौड़ीकरण करना अनिवार्य है। पारसनाथ रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक बी दूबे का कहना है कि उन्होंने अपने स्तर से डीआरएम धनबाद को फुट ओवर ब्रिज के संकरे होने से यात्रियों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया है अधिकारीगण का इस पर ध्यान है।
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