मां की आंखों के सामने डूब गए बच्चे पर नहीं पसीजा दिल
बच्चों को पानी में डूबते हुए देखती रही, लेकिन मां का दिल नहीं पसीजा। घटना दुमका की है।
संवाद सहयोगी, सरैयाहाट (दुमका)। मां अपने सामने बच्चों को पानी में डूबते हुए देखती रही, लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। महिला ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह स्वीकार करते हुए बताया कि शुक्रवार की शाम को खाना बनाने के लिए सास सावित्री देवी से झगड़ा हुआ।
गुस्से में पांच साल की बेटी प्रीति कुमारी और दो साल के शिवन मंडल को पीटा और बगल के तालाब में ले जाकर डुबो दिया। जब तक मर नहीं गए, तब तक वहीं बैठी रही। पुलिस का कहना है कि मामले की असली वजह गुस्सा है या कुछ और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है।
हत्या के पीछे प्रेम संबंध तो नहीं:
पहले भी कई बार ललिता का अपनी सास सावित्री देवी से विवाद हुआ था। विवाद के बाद वह बच्चों को लेकर मायके चली जाती थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया। चर्चा है कि महिला का मायके के एक युवक से नजदीकियां है।
हो सकता है कि युवक के कहने पर ही महिला ने इस घटना को अंजाम दिया हो और उसे बचाने के लिए सारा आरोप अपने सिर मढ़ लिया हो। पुलिस इस बिंदु को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
हत्या करने के बाद वह गांव के एक व्यक्ति के गुहाल में छिपी रही। शनिवार की रात अंधेरा होने के बाद जैसे ही वह निकली ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने ललिता को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया।
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