जम्मू आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक रोप वे की सैर कर सकेंगे
इस रोप-वे के पूरा होने से जम्मू में पर्यटन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा।
जम्मू, [ जागरण संवाददाता] । मंदिरों के शहर जम्मू आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटक अगले साल अप्रैल माह से रोप-वे (केबल कार) की सैर कर सकेंगे। पर्यटन की दृष्टि से जम्मू के महत्वपूर्ण रोप-वे प्रोजेक्ट के अगले साल अप्रैल में पूरा होने की संभावना है। मुबारक मंडी से महामाया होते हुए बाहुफोर्ट तक बन रही इस रोप-वे के पूरा होने से जम्मू में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
रोप-वे के लिए कंक्रीट निर्माण का काम साठ फीसद तक पूरा हो चुका है। इसके साथ-साथ फेब्रीकेशन का काम कोलकाता में लगातार जारी है। मशीनरी व इसके केबिन तुर्की से आयात किए जाने है और निर्माण कार्य पूरा होने तक उनके भी यहां पहुंचने की संभावना है। ऐसे में अगर सब तय शेड्यूल के अनुसार हुआ तो गर्मियों के अगले सीजन में जम्मू में भी रोप-वे की सैर होगी।
रोप-वे प्रोजेक्ट:
वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने जम्मूवासियों को पीरखोह से महामाया व महामाया से बाहुूफोर्ट तक केबल कार चलाने का हसीन सपना दिखाया। कई अड़चनों को पार करने के करीब एक दशक बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 24 फरवरी 2014 को इसका नींव पत्थर रखा था। सरकार ने कोलकाता की दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रा लिमिटेड कंपनी को टेंडर अलाट किया, जिसने अनंतनाग की फैच कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंपा। केबल कार के केबिन तुर्की की कंपनी एसटीएम टेलीफेरिक से मंगवाए जा रहे हैं।
तीन टर्मिनल बनेंगे:
चालीस करोड़ रुपये की लागत से करीब 1.6 किलोमीटर लंबे इस केबल कार प्रोजेक्ट में तीन टर्मिनल बनेंगे। पहला टर्मिनल पीरखोह, दूसरा महामाया पार्क और तीसरा बाहुफोर्ट में होगा। सैलानी बाहुफोर्ट या पीरखोह से गंडोले में बैठ कर बावे वाली माता, ऐतिहासिक पीरखोह गुफा, महामाया मंदिर सहित अन्य स्थलों का नजारा ले सकेंगे। पीरखोह से महामाया पार्क तक केबल कार की लंबाई 1137 मीटर व महामाया पार्क से बाहुफोर्ट की लंबाई 453 मीटर होगी। प्रत्येक केबिन में छह लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इस केबल कार से प्रति घंटा 600 लोगों को पहुंचाया जा सकेगा। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए 122 वाहनों को खड़ा करने की क्षमता वाला पार्किंग स्थल भी बनाया जा रहा है।
बाहुफोर्ट में केबल कार के लिए तैयार हुआ ढांचा ’ जागरणकेबल कार प्रोजेक्ट पर काम पूरी तेजी से चल रहा है। अप्रैल 2018 इस प्रोजेक्ट की डेडलाइन रखी गई है। पूरी उम्मीद है कि प्रोजेक्ट अपने निर्धारित समय सीमा में पूरा होगा। मानसून के बाद फेब्रीकेशन ढांचे को खड़ा करने का काम शुरू हो जाएगा।
-डॉ. निर्मल सिंह, उप मुख्यमंत्री
यह भी पढ़ें: कश्मीर के हालात पर टिकी अमरनाथ यात्रा
यह भी पढ़ें: श्री अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकाप्टर टिकटों में भेदभाव