जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर फंसे छह सौ ट्रक निकाले गए
पिछले चार दिनों से बंद पड़े जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को रविवार को मौसम खुलते ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। सर्वप्रथम राजमार्ग पर फंसे 600 ट्रकों को निकाला गया।
जागरण संवाददाता, जम्मू। पिछले चार दिनों से बंद पड़े जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को रविवार को मौसम खुलते ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। सर्वप्रथम राजमार्ग पर फंसे 600 ट्रकों को निकाला गया। अलबत्ता किसी भी यात्री वाहन को अनुमति नहीं दी गई।
रामबन कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शाम करीब चार बजे राजमार्ग को अस्थायी तौर पर यातायात के लिए खोला जा सका। राजमार्ग खुलते ही श्रीनगर के लिए सामान लेकर जा रहे उन ट्रकों को जाने की अनुमति दी गई जो चन्द्रकोट, गांगरू सहित आसपास के इलाकों में राजमार्ग पर फंसे हुए थे। चनैनी पार कर चुके ट्रकों को भी आगे जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई। अलबत्ता, इस दौरान किसी भी छोटे या यात्री वाहन को राजमार्ग पर आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई। देर शाम फिर मौसम खराब होना शुरू हो गया, जिससे राजमार्ग के फिर अवरुद्ध होने की संभावनाएं बनने लगी हैं क्योंकि अभी स्थायी तौर पर राजमार्ग की मरम्मत पूरी नहीं हो सकी है।
फंसे यात्रियों का हाल बेहाल
जम्मू। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के लगातार पांचवें दिन भी यात्री वाहनों के लिए नहीं खुलने से जम्मू के मुख्य बस स्टैंड में फंसे यात्रियों का हाल बेहाल है। एक हजार से ज्यादा यात्री अभी भी बस स्टैंड व जम्मू के आसपास के होटलों में दिन गुजारने को मजबूर हैं। फंसे यात्रियों का कहना है कि सरकार उन्हें एयरलिफ्ट नहीं कर रही है और यहां फंसने के कारण उनकी जेबें भी खाली हो गई हैं।
उनका कहना है कि प्रशासन को बिना देरी उन्हें एयरलिफ्ट करना चाहिए। अलबत्ता रविवार को धूप निकलने के बाद उन्हें उम्मीद बंधी कि शायद सोमवार को राजमार्ग खुले और उन्हें घाटी पहुंचने का मौका मिल सके। बहुत से फंसे यात्री बस स्टैंड में ही खा-बना भी रहे हैं। अलबत्ता जेडीए के चार हाल भी उनके लिए खोले गए हैं।