न जंग से पाक को कुछ मिला, न गोली से हासिल होगा : महबूबा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर के बिजबिहाड़ा में सुरक्षाबलों पर हुए आतंकी हमले के बाद मुख्यमंत्री महबूब
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर के बिजबिहाड़ा में सुरक्षाबलों पर हुए आतंकी हमले के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान पर जमकर बरसीं। महबूबा ने कहा कि पड़ोसी देश को न जंगों से कुछ मिला है और न ही गोली से कुछ हासिल होने वाला है। महबूबा ने कहा कि अगर सुरक्षाबल जवाबी कार्रवाई करते तो बच्चों व आम लोगों का मरना निश्चित था। इससे एक और हंदवाड़ा हो जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि खुद आतंकवाद झेल रहा पाकिस्तान का लोगों की जानें लेने का यह कैसा कश्मीर प्रेम है।
शुक्रवार शाम को जम्मू में कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा माहौल बनाने से क्या हासिल होने वाला है। पाकिस्तान में स्कूलों में बच्चे मारे जाते हैं। वहां पर आतंकवाद में लोग मारे जाते हैं। जंगों में तोपों से कुछ हासिल नहीं हुआ तो गोली से क्या हासिल होगा। मैं 1987 के चुनाव की क्या बात करूं। कश्मीर के लोग समझ चुके हैं कि गोली से कुछ हासिल होने वाला नहीं है। पचास-साठ हजार लोग मारे गए हैं जिसमें सुरक्षाबल, पुलिस के जवान, आम नागरिक और आतंकवादी भी शामिल हैं। अगर कश्मीर के लोगों के साथ प्यार का दावा पाकिस्तान करता है तो यह कैसा प्यार है। सुरक्षा बलों को मारने से क्या मिलेगा। सुरक्षा बल बेचारे रोजी रोटी कमाने के लिए आए हैं। कश्मीर के लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि गोली से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
कश्मीरी पंडितों के लिए जगह तो बनानी ही है :
महबूबा ने कहा कि विवाद की कोई न कोई कोशिश होती रहती है। उन्होंने कहा कि कोई कॉलोनी नहीं बन रही है, अलबत्ता उन्होंने स्पष्ट किया कि कश्मीरी विस्थापित पंडितों के लिए जगह तो बनानी ही है। यह कहा जा रहा है कि कश्मीरी विस्थापितों को उनके गांवों में बसाओ। अगर पीडीपी, भाजपा, नेकां, कांग्रेस के कार्यकर्ता होटलों में रह रहे हैं और पीएसओ साथ रखते हैं। मुसलमान पीएसओ के साथ गांवों में नहीं जा सकते तो फिर कश्मीरी विस्थापित पंडित गांवों में कैसे जा सकते हैं। जम्मू के लोगों को सहयोग करना चाहिए।
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