क्या आप जानते हैं सफलता के भी हैं कुछ सिद्धांत
सफलता एक दिन में नहीं, बल्कि सतत प्रयास, जिम्मेदारी और जवाबदेही से मिलती है। बनें सफल व्यक्तित्व के धनी, टिप्स कानपुर की पर्सनॉलिटी, रिलेशनशिप एंड सॉफ्ट स्किल ट्रेनर डॉ. रूबी चावल
दोषारोपण से बचिए
यह मानवीय गुण है कि अगर आप सफल हो जाती हैं तो अपनी मेहनत, लगन और जिम्मेदारी के कसीदे पढ़ती हैं और असफल रहीं तो किसी न किसी पर इसका ठीकरा फोड़ती हैं। इस सोच
से उबरिए और योजनाबद्ध तरीके से लक्ष्य की ओर बढि़ए। संभव हो कि आप पहले प्रयास में असफल रहें तो इसका मतलब यह नहीं है कि इस पर किसी को दोष देकर हार मान बैठें। याद रखिए कि जीता वही जिसने लड़ाई लड़ी।
सुनी जाती हैं प्रार्थनाएं
ईश्वर को हर पल धन्यवाद देना चाहिए कि उसने हमें इंसान के रूप में बनाया है लेकिन ऐसा होता नहीं। हम परेशानी में होने पर ईश्वर को याद करते हैं और असफल होने पर कहते हैं कि भगवान ने हमारी सुनी नहीं। यह धारणा बिल्कुल गलत है।
प्रार्थनाएं सुनी जाती हैं और उनके परिणाम सकारात्मक होते हैं। यह आपको तय करना होता है कि आप अपने कार्य के प्रति कितने समर्पित और ईश्वर पर कितना विश्वास करते हैं।
भाग्य पर न हों निर्भर
किसी लक्ष्य को पाने के लिए सिर्फ भाग्य पर निर्भर रहना सबसे बड़ी भूल है। ईमानदारी से कर्म में विश्वास करें और भाग्य पर ध्यान दें। फुटपाथ पर बैठे किसी भाग्य बताने वाले में अगर इतनी सामथ्र्य होती तो शायद वह पहले अपना भाग्य बदलता। बेशक, जीवन में भाग्य की अपनी भूमिका होती है लेकिन उससे पहले कर्म आपको करना होता है।
चलना ही जिंदगी है
कभी आप किसी भी चीज में संपूर्ण नहीं हो सकतीं। इसीलिए निरंतर पढ़ते रहना, कार्यक्षेत्र के हिसाब से अनुभवी लोगों से परामर्श करना और सेमिनार्स आदि में भागीदारी करना जारी रखें।
जब भी मौका मिले, सीखने की ललक मन में जगाए रखिए।
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