हिमाचल में सरल होंगे बंदर मारने के नियम : वीरभद्र
हिमाचल प्रदेश में बंदरों को मारने के नियमों को सरल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए नियमों को सरल बनाया जा रहा है।
शिमला [जेएनएन] : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बंदर मारने के मामले में कई अड़चने सामने आ रही है। यह कैसे संभव है कि मारने से पहले डॉक्टरो के सामने पेश किया जाए कि बंदरी गर्भवती है या नहीं और बंदर बूढ़ा है या नहीं? सरकार बंदर मारने के नियमों का सरलीकरण करेगी।
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उन्होंने कहा कि वन विभाग की ओर से जारी प्रोटोकॉल में संशोधन किया जाएगा। जो बंदर लोगों की जान के लिए खतरा बन चुके है, उन्हें मारना पड़ेगा। गेयटी थियेटर में आयोजित हिंदी दिवस व राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि नियमों में सुधार लाया जाएगा ताकि लोग बंदरो को मार सके। वर्मिन घोषित एक बंदर को मारने के लिए सरकार ने 300 रुपये देने की घोषणा की है। अभी तक प्रदेश के किसी भी हिस्से से बंदरो को मारने का कोई मामला सामने नहीं आया है।
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शिमला शहर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में बदरों की समस्या गंभीर हो चुकी है। प्रदेश के जंगलों के बाहर बंदरो की संख्या को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार की ओर से ऐसा निर्णय लिया गया है। हाल ही में प्रदेश की 38 तहसीलों व शिमला शहर में बंदरो को वर्मिन जंतु घोषित किया गया था। इस संबंध में संबधित वन मंडलाधिकारी, एसीएफ व वन परिक्षेत्राधिकारी की कमेटी गठित की गई थी जो इस तरह के दावों को सत्यापित करेगी। प्रदेश में कई स्थानों पर बंदरो के कारण लोगों ने खेती करना छोड़ दिया है। इससे पहले सरकार द्वारा बंदरो की सख्या को नियंत्रित करने के लिए उनकी नसबंदी करने का फैसला लिया गयाा है।