बारिश से ब्यास उफान पर, पंडोह बांध के गेट खोले
बारिश ने हिमाचल प्रदेश की रफ्तार रोक कर रख दी है। बारिश से बार-बार कई मार्ग बंद हो रहे है। वहीं अब ब्यास नदी भी उफान पर आ गई है। सतलुज व रावी नदियों में भी जलस्तर बढ़ा है।
कुल्लू/मंडी: मनाली व कुल्लू में हुई बारिश से ब्यास नदी भी उफान में आ गई है। ब्यास में जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए बीबीएमबी (ब्यास भाखड़ा मैनेजमेंट बोर्ड) ने पंडोह बांध के गेट खोल दिए है। इससे ब्यास के जलस्तर में मंडी से लेकर कांगडा तक एक दम से जलस्तर बढ़ गया है। ब्यास नदी में गाद बढऩे से लारजी स्थित राज्य विद्युत बोर्ड की 126 मैगावाट पनबिजली परियोजना में भी उत्पादन बंद कर दिया गया है। मंडी शहर में ब्यास नदी का जलस्तर यहां नदी किनारे मंदिरों तक पहुंच गया है।
मंडी व कुल्लू जिला प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति को लेकर अलर्ट घोषित कर रखा है। लोगों को नदी नालों के करीब न जाने की हिदायत दी गई है। मनाली के सोलंग में नाले में बाढ़ आने के कारण एक अस्थाई पुल बह गया। इससे सोलंग के समीप करीब साढ़े चार सौ की आबादी वाले गांव का संपर्क टूट गया है। इससे बच्चे न तो स्कूल जा सके और न ही कर्मचारी अपने कार्यालयों को जा सके। मनाली की एसडीएम ज्योति राणा ने अस्थाई पुल बह जाने की पुष्टी की है।
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उधर, कुल्लू के उपायुक्त हंसराज चौहान ने कहा कि बारिश से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है।
बारिश से पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग गुम्मा के पास मलबा गिरने के कारण काफी देर तक बंद रहा। वहीं मनाली-चंडीगढ़ मार्ग में भी मंडी के पास चट्टानें गिरने से यह मार्ग कुछ देर के लिए बंद रहा।