श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आखिर कौन जिम्मेदार
जागरण संवाददाता, चंबा : प्रशासन की ओर से सुरक्षा व पंजीकरण के प्रबंध किए बिना ही करीब एक माह पहले
जागरण संवाददाता, चंबा : प्रशासन की ओर से सुरक्षा व पंजीकरण के प्रबंध किए बिना ही करीब एक माह पहले ही मणिमहेश व कैलाश पर्वत के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो गई है। हैरानी की बात है कि यह संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन अभी तक 13 किमी के इस पैदल रास्ते की हालत सुधारने के अलावा प्रशासन ने यहां किसी प्रकार की त्रासदी से निपटने के प्रारंभिक इंतजाम तक नहीं किए हैं।
हालांकि ऐसा हर साल होता है, लेकिन केदारनाथ त्रासदी के बाद प्रदेश सरकार व प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर कड़ी नजर रखने के दावे किए थे, लेकिन यात्रा आरंभ होने से पहले बिना सुरक्षा व्यवस्था के मणिमहेश जाने वाले श्रद्धालुओं को रोकने में पूरी तरह से भरमौर प्रशासन विफल दिख रहा है। प्रशासन व मणिमहेश ट्रस्ट की इस घोर लापरवाही के कारण अब तक दो श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। श्रद्धालुओं की मौत होने के बाद भी प्रशासन अपनी कुंभकरणीय नींद से नहीं जागा है। इस कारण रोजाना श्रद्धालु मणिमहेश का रुख कर रहे हैं, जिन्हें नहीं रोका जा रहा। ऐसे में प्रशासन की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।
प्रशासन की दलील है कि अधिकारिक यात्रा शुरू होने से पहले मणिमहेश जाने वालों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। किसी भी श्रद्धालु को मणिमहेश जाने की प्रशासन की ओर से अनुमति नही दी जा रही। श्रद्धालु अपने रिस्क पर ही अभी जा रहे हैं। प्रशासन की ओर से बकायदा हड़सर सहित अन्य कई स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं।
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धन्छो में होता है रात्रि विश्राम
13 किमी की यात्रा में श्रद्धालु पहले धन्छौ में रात्रि विश्राम करते हैं और दूसरे दिन सुबह कैलाश पर्वत के दर्शन कर वापस लौटते हैं। इस लंबे रास्ते में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं किए हैं। लेकिन रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर डल झील में डुबकी लगाने के लिए जा रहे हैं।
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दो स्वास्थ्य शिविर किए शुरू
प्रशासन की ओर से मणिमहेश के लिए लगभग पूरी तैयारियां कर ली हैं। आज से दो स्वास्थ्य शिविर भी प्रशासन की ओर से आरंभ कर दिए हैं। जहां तक पंजीकरण का सवाल है तो यात्रा आरंभ होने से कुछ दिन पहले इस बार पंजीकरण शुरू करने की पूरी कोशिश की जाएगी। श्रद्धालुओं से निवेदन है कि वह अधिकारिक रूप से यात्रा आरंभ होने पर ही डल झील पर जाएं, ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी न हो।
-सुदेश कुमार मोख्टा, उपायुक्त चंबा।
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मणिमहेश यात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त कर दी जाएगी। पुलिस प्रशासन की ओर से बीस अगस्त के बाद पुलिस बल पूरी तरह से तैनात कर दिया जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील है कि वह यात्रा आरंभ होने पर ही मणिमहेश जाएं।
-बीरबहादुर ¨सह, डीएसपी चंबा।