कैंसर की रोकथाम
कुछ सुझावों पर अमल कर कैंसर होने की आशंकाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है... - विविध प्रकार के कैंसरों की रोकथाम इस बात पर निर्भर करती है कि समय रहते शुरुआती दौर में इनका पता लग जाए।
कुछ सुझावों पर अमल कर कैंसर होने की आशंकाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है...
- विविध प्रकार के कैंसरों की रोकथाम इस बात पर निर्भर करती है कि समय रहते शुरुआती दौर में इनका पता लग जाए।
- अगर कोई शख्स कई दिनों से शारीरिक रूप से असहज व असामान्य महसूस कर रहा है, तो उसे शीघ्र ही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
- 50 साल से अधिक उम्र वाले पुरुषों को साल में एक बार प्रोस्टेट स्पेशिफिक एंटीजेन (पीएसए) टेस्टिंग करानी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि 50 साल की उम्र के बाद पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।
- कोलोरेक्टल कैंसर (बड़ी आंत का कैंसर) का पता करने के लिए मल (स्टूल) का अॅकल्ट ब्लड टेस्ट कराया जाता है।
- एचआईवी और वाइरस से होने वाले हेपेटाइटिस से बचाव करें।
- कुछ महिलाओं में अंडाशय (ओवरी) और स्तन (ब्रेस्ट) कैंसर का कारण आनुवांशिक भी हो सकता है।
- महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए पैप स्मियर टेस्ट और कॉल्पोस्कोपी नामक जांचें करायी जाती हैं।
- स्वास्थ्यकर आदतों पर अमल करें। धूम्रपान, पान-मसाला और शराब से परहेज करें।
- पौष्टिक स्वास्थ्यवद्र्धक खान-पान ग्रहण करें। आहार में हरी सब्जियों और मौसमी फलों को शामिल करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करने की आदत डालें।
डॉ. कैलाश मिश्रा
कैंसर विशेषज्ञ, मुंबई