गर्भाशय के कैंसर के इलाज में बड़ी कामयाबी
अमेरिका में भारतीय मूल की एक शोधकर्ता ने गर्भाशय कैंसर के इलाज की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। क्वींस यूनिवर्सिटी की कैंसर शोधकर्ता डॉ. माधुरी कोटी ने ऐसे बायोमार्कर की खोज की है, जिससे गर्भाशय कैंसर के मरीजों पर कीमोथैरेपी के प्रभाव का बेहतर पूर्व आकलन संभव होगा।
न्यूयॉर्क। अमेरिका में भारतीय मूल की एक शोधकर्ता ने गर्भाशय कैंसर के इलाज की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। क्वींस यूनिवर्सिटी की कैंसर शोधकर्ता डॉ. माधुरी कोटी ने ऐसे बायोमार्कर की खोज की है, जिससे गर्भाशय कैंसर के मरीजों पर कीमोथैरेपी के प्रभाव का बेहतर पूर्व आकलन संभव होगा।
बायोमार्कर एक जैविक स्थिति के संकेतक होते हैं। शोधकर्ता कोटी का कहना है कि नई खोज के माध्यम से गर्भाशय कैंसर के इलाज के बेहतर तरीके का चयन करना संभव होगा।
उन्होंने बताया कि आजकल कैंसर के इलाज के लिए मरीज के इम्यून सिस्टम का सहारा लेना कैंसर के खिलाफ मरीज के अपने इम्यून सिस्टम की भूमिका को दर्शाता है। अगर विभिन्न बायोमार्कर के जरिए किसी विशेषष इलाज के प्रति मरीज के इम्यून की प्रतिक्रिया को समझा जा सके तो मरीज के इलाज के सर्वोत्तम तरीके को चुना जा सकता है।