राज्यसभा चुनाव की हो सीबीआई जांच : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सुभाष चंद्रा को लेकर भी नया खुलासा किया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। हुड्डा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हुई साजिश की सीबीआई जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। आरके आनंद भाजपा और इनेलो की साजिश के कारण हारे हैं। साथ ही उन्होंने आनंद पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर आनंद हाईकोर्ट नहीं गए तो इसका मतलब यह होगा कि वह भी इस साजिश में शामिल हैं।
हुड्डा ने सुभाष चंद्रा को लेकर भी नया खुलासा किया। उन्होंने कहा, डा. सुभाष चंद्रा को जब तक भजापा का समर्थन नहीं मिला था, तब वह मेरे पास आए थे लेकिन मैंने उनका समर्थन करने और वोट देने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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सोनीपत-जींद रेलवे लाइन मेरा प्रोजेक्ट
हुड्डा ने कहा कि सोनीपत-जींद रेलवे लाइन उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। भाजपा सरकार ने तो इस पर सिर्फ खंभे लगवाए हैं। हुड्डा ने कहा कि भाजपा सिर्फ फीता काटो सरकार है। बता दें कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु रविार को सोनीपत-जीेंद रेलवे लाइन का उद्घाटन किया।
''सरकार ने बिना बात किए लगा दिया एस्मा''
पूर्व मुख्यमंत्री ने बिजली कर्मचारियों केे एस्मा लगाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों से बात किए बिना ही एस्मा लगा दिया। हुड्डा नेे कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए कभी कर्मचारियों को नहीं दबाया।
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'सरकार को केसी गुप्ता को पार्टी बनाना चाहिए'
जाट आरक्षण के मुद्दे पर हुड्डा ने कहा कि उन्होंने प्रक्रिया के तहत ही जाट समेत छह जातियों को आरक्षण दिया था। मौजूदा सरकार को केसी गुप्ता को सुप्रीम कोर्ट में पार्टी बनाना चाहिए था लेकिन सरकार ने इस फ़ाइल को दबाए रखा। हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार ने फूल प्रूफ आरक्षण देने का वादा किया था लेकिन एक बार फिर आरक्षण को चुनौती अदालत में दी गई है।
'प्रकाश सिंह की रिपोर्ट हो सार्वजनिक'
हुड्डा ने प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट के दूसरे हिस्से को भी सार्वजानिक किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में सरकार को जिम्मेदार माना है, इसलिए सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
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