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राज्‍यसभा चुनाव :चंद्रा और उनके वकील ने चुनाव अधिकारी से की 26 बार बात

हरियाणा में राज्‍यसभा चुनाव को लेकर जारी विवाद का मामला अभी तक सुलझा नहीं है। इस मामले में अब खुलासा हुआ है कि सुभाष चंद्रा व उनके वकील की चुनाव अधिकारी से 26 बार बात हुर्इ्र।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2016 12:07 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2016 02:06 PM (IST)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में हुई धांधली को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय सिंह दहिया के समक्ष सुनवाई के दौरान कांग्रेस व इनेलो समर्थित उम्मीदवार आरके आनंद ने आरोप लगाए कि मतदान में खुली धांधली हुई है। भाजपा समर्थित उम्मीदवार सुभाष चंद्रा और रिटर्निंग आफिसर आरके नांदल के बीच मतदान से पहले न केवल तीन बार मुलाकात हुई, बल्कि चंद्रा और उनके वकील वीरेंद्र मोहन से फोन पर 26 बार बातचीत भी की गई है।

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राज्यसभा चुनाव में धांधली पर आनंद और चंद्रा के अलग-अलग खुलासे

विधानसभा सचिवालय में साढ़े तीन घंटे तक चली सुनवाई के दौरान आरके आनंद ने सुभाष चंद्रा और उनके वकील वीरेंद्र मोहन के साथ रिटर्निंग अधिकारी आरके नांदल की फोन पर हुई बातचीत के प्रमाण भी पेश किए। आनंद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष फोन की कॉल डिटेल भी पेश की।

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उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल राज्यसभा चुनाव में धांधली की पुष्टि करने के लिए काफी है, क्योंकि राज्यसभा चुनाव बीरेंद्र सिंह, सुभाष चंद्रा और आरके आनंद लड़ रहे थे, मगर बातचीत सिर्फ चंद्रा व उनके सहयोगी के साथ ही हुई है। सूत्रों के अनुसार चुनाव अधिकारी ने दो से तीन बार तक बातचीत होने की बात स्वीकार की है। इससे अधिक नहीं।

आनंद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय सिंह दहिया के समक्ष कहा कि रिटर्निंग अधिकारी की सुभाष चंद्रा के साथ 5, 7 और 10 जून को मुलाकातें हुई हैं। आनंद ने वोटिंग के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग की कुछ फुटेज भी जांच अधिकारी को सौंपी है। सुनवाई के दौरान यह फुटेज देखी भी गई। अंबाला सिटी के भाजपा विधायक असीम गोयल और कलायत से आजाद विधायक जय प्रकाश जेपी पेन बदलने की साजिश में शामिल हैं।

सुभाष चंद्रा ने कहा, सुरजेवाला के खिलाफ लिखा पत्र रिकॉर्ड पर लें

भाजपा के समर्थन से राज्यसभा चुनाव जीतने वाले सुभाष चंद्रा ने पूरे घटनाक्रम के लिए रणदीप सिंह सुरजेवाला को जिम्मेदार ठहराया है। आनंद के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए चंद्रा ने कहा कि चुनाव में किसी तरह की साजिश नहीं की गई। अगर साजिश हुई है तो सुरजेवाला ने की होगी।

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वीडियो रिकॉर्डिंग का हवाला देते हुए चंद्रा ने कहा कि रिकॉर्डिंग में सुरजेवाला वोटिंग के दौरान कांग्रेस विधायकों से अलग-अलग बात करते दिख रहे हैं। उन्होंने अपना खुद का वोट भी दिखाकर रद करवा लिया। चंद्रा ने कहा, मैंने इस मामले में 15 जून को केंद्रीय चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा है, जो 20 जून को रिसीव हुआ। इस पत्र को भी जांच में शामिल करना चाहिए।

असीम और जेपी का सुभाष चंद्रा ने किया बचाव

डा. सुभाष चंद्रा ने सुनवाई के दौरान कहा कि राज्यसभा और राष्ट्रपति के चुनावों में राजनीतिक दल व्हिप जारी नहीं कर सकते लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस व इनेलो ने व्हिप जारी करके नियमों का उल्लंघन किया। उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

सुभाष चंद्रा ने 31 मई से लेकर 10 जून तक की मीडिया रिपोर्ट पढ़कर जांच अधिकारी को सुनाई। उन्होंने कहा कि इन रिपोर्ट से पता लगता है कि कांग्रेस के 15 विधायक तो आरके आनंद को वोट देना ही नहीं चाहते थे। चंद्रा ने असीम गोयल व जयप्रकाश पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।

कांग्रेस ने कहा, पहले ही रची जा चुकी थी पेन बदलने की साजिश

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने सुनवाई के दौरान कहा कि पेन बदलने की साजिश पहले ही रची जा चुकी थी। इसके संकेत फोन कॉल डिटेल से मिल रहे हैं। वीडियो फुटेज में इसे साफ देखा जा सकता है, क्योंकि मतदान करते हुए असीम गोयल को सबसे अधिक वक्त लगा है।

इनेलो ने कहा, दूसरा पेन कहां से आया और कहां गया

इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा व आरके आनंद के चुनाव एजेंट रामपाल माजरा ने सुनवाई के दौरान कहा कि मतदान वाले दिन सुबह ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने दूसरे पेन का मुद्दा उठाया था। माजरा ने कहा कि बराला के कहने के बाद वह पेन वहां से हटा दिया गया लेकिन उसे रिकॉर्ड पर नहीं लिया गया। आरओ इस बात का जवाब दें कि वह दूसरा पेन कहां गया और मतदान केंद्र में कहां से आया था।

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चंद्रा ख्ेामा ने कहा, नांदल से चुनावी गाइडेंस लेने को हुई थी फोन पर बात

डा. सुभाष चंद्रा ने अपने विरोधियों पर हमला बोला है। चंद्रा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव को पेन की लड़ाई से जोड़ा जा रहा है, जबकि सारा खेल इनेलो और कांग्रेस की देन है। कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई ही आनंद की हार और उनकी जीत का कारण बनी है। चंद्रा ने स्पष्ट किया कि चुनाव वाले दिन कांग्रेस विधायकों के वोट देने आने पर भी संशय था। मगर जब दोपहर को कांग्रेस विधायक वोट देने पहुंच गए तो मैं अपनी हार मानकर विधानसभा से चला गया था।

सुभाष चंद्रा ने रिटर्निंग अफसर आरके नांदल के साथ उनकी और उनके इलेक्शन एजेंट की फोन पर हुई बातचीत पर सफाई दी। चंद्रा ने कहा कि क्योंकि वह पहली बार चुनाव लड़ रहे थे, लिहाजा रिटर्निंग अफसर से गाइडेंस लेने के लिए उनकी और उनके एजेंट की रिटर्निंग फोन पर बातचीत हुई है।

उन्होंने कहा कि 10 जून को उनके विधानसभा आने के आरोप निराधार हैं। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में व्हिप जारी किया था, जो कि नहीं किया जा सकता था। राज्यसभा चुनाव में हरियाणवी और नॉन हरियाणवी की लड़ाई थी, जिसमें हरियाणवी जीत गया।

उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के कई घंटे बाद चुनाव के नतीजे घोषित किए गए मगर इस दौरान किसी ने भी आपत्ति नहीं की थी। चुनाव केंद्र में दो पेन होने की शिकायत करने वाले हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला थे। फिर भाजपा को इस खेल के लिए दोषी कैसे बताया जा सकता है।

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