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अनिल विज का अब राज्‍यमंत्री सैनी से टकराव

आखिर वही हुआ, जिसका अंदेशा था। हम बात कर रहे हैं प्रदेश के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज और खनन राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी की। एक ही जिले अंबाला के मंत्रियों में ठन गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2015 06:19 PM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2015 10:29 AM (IST)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आखिर वही हुआ, जिसका अंदेशा था। हम बात कर रहे हैं प्रदेश के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज और खनन राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी की। एक ही जिले अंबाला के मंत्रियों में ठन गई है। संगठन में कार्यकर्ताओं की नियुक्तियों और जन सुनवाई को लेकर विज व सैनी में टकराव बढ़ गया है। देर-सबेर यह विवाद विज भाजपा हाईकमान के सामने ले जाने वाले हैं। सैनी ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं।

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मनोहर कैबिनेट में अनिल विज पावरफुल मंत्री हैं। उनका अपना काम करने का अलग ही स्टाइल है। विज का शुरू में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से टकराव रहा, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच संबंधों में मधुरता आती गई। विज अपनी साफगोई से परहेज नहीं करते, यही कारण है कि उनका टकराव किसी न किसी से हो जाता है। नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री के विश्वासपात्रों में गिने जाते हैं। विज अंबाला छावनी और सैनी नारायणगढ़ से विधायक हैं। दोनों हलके अंबाला जिले में पड़ते हैं।

समझा जाता है कि विज से टकराव के कारण ही मुख्यमंत्री ने सैनी को अपनी कैबिनेट में मंत्री बनाया था। इसके बाद से अंदाजा लगाए जाने लगा था कि दोनों मंत्रियों में कलह कभी भी सामने आ सकती है। अंबाला के सांसद रतनलाल कटारिया और विज के बीच तल्खियां किसी से छिपी नहीं हैं। ताजा विवाद विज और सैनी के बीच कार्यकर्ताओं की सुनवाई को लेकर सामने आया है।

अनिल विज अंबाला छावनी रेस्ट हाउस में अक्सर खुला दरबार लगाते हैं। उनके हलके का कुछ इलाका नारायणगढ़ में पड़ता है। सरकार में व्यस्तताएं बढ़ जाने की वजह से विज ने कुछ दिनों से खुला दरबार स्थगित कर रखा है, लेकिन वे छावनी के चौराहे पर लोगों के बीच बैठना नहीं भूलते।

नायब सिंह सैनी ने भी पिछले कुछ दिनों से अंबाला छावनी रेस्ट हाउस में खुला दरबार लगाना चालू कर दिया। सैनी भाजपा के जिलाध्यक्ष भी हैं। उन्होने कुछ ऐसे कार्यकर्ताओं को संगठन में समायोजित करना शुरू कर दिया, जिनकी निष्ठाएं विज के साथ रही होंगी। सैनी इसे संगठन विस्तार की प्रक्रिया बता रहे हैैं।

विज और सैनी समर्थकों में यह बात राजनीतिक मुद्दा बन गई। आखिरकार गुस्सा फूट पड़ा और विज ने सैनी को अपने दायरे में रहने की नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष सुभाष बराला से बातचीत करने की बात कही। ऐसे में दोनों मंत्रियों का यह विवाद सरकार और संगठन के लिए नई परेशानी खड़ी कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने झाड़ा पल्ला

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने दो मंत्रियों अनिल विज व नायब सिंह सैनी के बीच छिड़ी जंग से पल्ला झाड़ लिया है। पिंजौर में एक समारोह के बाद पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया और साथ ही यह भी जोड़ा कि उन्हें ऐसे किसी विषय की जानकारी नहीं है।


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