जाट आंदोलन में हटाए पूर्व डीजीपी सिंघल होंगे मुख्य सूचना आयुक्त
पूर्व डीजीपी यशपाल सिंघल हरियाणा के मुख्य सूचना आयुक्त होंगे। उनको सर्वसम्मति से इस पद के लिए चुना गया है। नरेंद्र यादव राज्य के सूचना आयुक्त होंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में पिछले साल जाट आरक्षण आंदोलन में हिंसा के बाद डीजीपी पद से हटाए गए यशपाल सिंघल राज्य के नए मुख्य सूचना आयुक्त होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई चयन समिति के बैठक में सिंघल का बिना किसी विरोध के चयन कर लिया गया। बैठक में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला व पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर भी मौजूद थे। रिटायर्ड एचसीएस अधिकारी नरेंद्र यादव राज्य के सूचना आयुक्त होंगे।
नरेंद्र यादव राज्य सूचना आयुक्त चयनित, अभय चौटाला ने नहीं किया किसी नाम का विरोध
एक केंद्रीय व प्रदेश सरकार के एक मंत्री के विरोध के बावजूद नरेंद्र यादव के नाम को स्वीकृति दी गई है। इन दोनों मंत्रियों के विरोध के कारण ही नरेंद्र यादव हरियाणा लोक सेवा आयोग के सदस्य पद की शपथ लेने से वंचित हो गए थे। बता दें कि सिंघल को जाट आरक्षण आंदोलन में हिंसा पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह की रिपोर्ट के आधार पर डीजीपर पद से हटाया गया था।
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मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए आइएएस और आइपीएस के बीच खींचतान में आइपीएस लॉबी बाजी मार गई है। बैठक में अभय चौटाला द्वारा न तो सिंघल का विरोध करने की सूचना मिली है और न ही उन्होंने यादव के नाम पर कोई आपत्ति जताई है।
गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए तीन नामों का पैनल तैयार किया गया था। इसमें यशपाल सिंघल का नाम सबसे ऊपर था। आइएएस अधिकारी राजन गुप्ता का इस पैनल में नाम नहीं था, लेकिन गुप्ता उन दावेदारों में शामिल थे, जिन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त बनने के लिए आवेदन किए थे।
यशपाल सिंघल के डीजीपी के पद से हटने के बावजूद सरकार के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलने और उनको संघ परिवार से होने का पुरस्कार मिला है। यशपाल सिंघल फिलहाल डीजीपी (जेल) के पद पर कार्यरत हैैं। मुख्य सूचना आयुक्त व राज्य सूचना आयुक्त के नामों को मंजूरी मिलने के बाद आयोग में सभी पद भर गए हैैं। जल्द ही दोनों का दायित्व ग्र्रहण समारोह होगा और सिंघल डीजीपी (जेल) के पद से इस्तीफा देंगे।
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सर्वसम्मति से हुआ फैसला
'' कई लोगों ने मुख्य सूचना आयुक्त बनने के लिए आवेदन किए थे। बाद में तीन लोगों के नामों का पैनल तैयार किया गया। इनमें राजन गुप्ता का नाम नहीं था। यशपाल सिंघल का नाम पैनल में सबसे ऊपर रहा। उन्हें कमेटी ने चुन लिया गया है। अभय चौटाला ने भी उनके नाम का कोई विरोध नहीं किया। सर्वसम्मति से फैसला हुआ है। नरेंद्र यादव के नाम पर भी कोई विरोध नहीं हुआ है।
- राव नरबीर, पीडब्ल्यूडी मंत्री, हरियाणा।
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बहुमत उन्हीं का था, वे बन गए
'' जो दो नाम मीडिया में चर्चा का विषय थे, उन्हीं की नियुक्ति हुई है। मैं विरोध करके बुरा नहीं बनना चाहता था, क्योंकि बहुमत से उनका बनना तय था। पूर्व आइएएस अधिकारी राजन गुप्ता को मुख्य सूचना आयुक्त बनाया जाना चाहिए था, क्योंकि उनका नाम भी पैनल में होने की सूचना थी।
-अभय चौटाला, विपक्ष के नेता, हरियाणा।