हरियाणा सरकार की पहल पर माने डॉक्टर, अब हड़ताल पर नहीं जाएंगे
हरियाणा में सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर हड़ताल पर न जाने को राजी हो गए हैं। सरकार की पहल और मुख्यमंत्री की अपील के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल स्थगित करने का फैसला किया।
जेएनएन, चंडीगढ़। मांगों पर सरकार के सकारात्मक रुख और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अपील पर डॉक्टरों ने 26 को सामूहिक अवकाश और 27 अक्टूबर को हड़ताल पर जाने का फैसला वापस ले लिया है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन की बैठक में यह निर्णय किया गया। राज्य सरकार ने उनकी कई मांगें मानने का भरोसा दिलाया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी की थी डाक्टरों से हड़ताल पर न जाने की अपील
सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने डॉक्टरों के पक्ष में कई फैसले लिए थे। इसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों का काडर तैयार करने, मेडिकल अधिकारियों को निश्चित अवधि के पश्चात सहायक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदोन्नति, विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों की संख्या तय करने के साथ ही स्नातकोत्तर पॉलिसी के सभी संभावित पहलुओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया था।
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डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र 58 से बढ़ाकर 65 साल करने का निर्णय पहले ही किया जा चुका है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन का कहना था कि उन्हें पोस्टमार्टम की राशि को बढ़ाने के अलावा अन्य किसी फैसले की लिखित जानकारी नहीं है।
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इस पर स्वास्थ्य महानिदेशक ने एसोसिएशन के प्रधान डॉ. जसबीर सिंह परमार और महासचिव राजेश श्योकंद को पत्र भेजकर डाक्टरों के हित में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। इसके बाद एसोसिएशन की बैठक बुलाकर हड़ताल पर न जाने का फैसला ले लिया गया।
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'' स्वास्थ्य महानिदेशक ने पत्र भेजकर डॉक्टरों की मांगें पूरी करने की लिखित जानकारी दी है। मुख्यमंत्री की अपील का सम्मान करते हुए हमने हड़ताल पर न जाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी नहीं रहने देंगे।
- डॉ. जसबीर परमार, अध्यक्ष, हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन।
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