सूरजकुंड मेला: छत्तीसगढ़ से है हरियाणा का पुराना नाता
-मुगल शासन के समय हरियाणा के काफी लोग छत्तीसगढ़ बस गए थे -दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पुरान
-मुगल शासन के समय हरियाणा के काफी लोग छत्तीसगढ़ बस गए थे
-दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पुराने संबंधों का किया बखान
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार बनाए गए थीम स्टेट छत्तीसगढ़ से हरियाणा का पुराना नाता है। रविवार को मेले के उद्घाटन के मौके पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री पुराने संबंधों को लेकर न सिर्फ भावुक हुए बल्कि एक-दूसरे के प्रति संजीदगी भी जाहिर की।
मध्य प्रदेश से अलग होकर वर्ष 2000 में अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ राज्य से हरियाणा का नाता जोड़ते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खंट्टर ने बताया कि छत्तीसगढ़ की समृद्धि में हरियाणा का बड़ा योगदान है। मुगल शासन काल में प्रदेश के काफी संख्या में लोग छत्तीसगढ़ जाकर बस गए थे। यही कारण है कि वहां की आबादी में आज हरियाणावासियों का भी बड़ा हिस्सा है। मनोहर लाल ने स्वर्गीय लाला लक्खीराम अग्रवाल का जिक्र करते हुए बताया कि वे प्रदेश के सावंड गांव के रहने वाले थे और अब छत्तीसगढ़ राज्य सरकार में उनके बेटे अमर अग्रवाल मंत्री हैं। इसी तरह छत्तीसगढ़ राज्य में मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल भी हरियाणा के हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने छत्तीसगढ़ से खुद का राजनीतिक रिश्ता भी बताया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के तीनों चुनाव में वे बस्तर क्षेत्र के प्रभारी रहे हैं। 2003 के चुनाव में तो बस्तर क्षेत्र की 12 सीटों में से 9 पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि उनकी तीसरी बार जीत में बस्तर क्षेत्र का बड़ा योगदान है और यह क्षेत्र उन्हें जीतकर अब तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही देते आए हैं। उन्होंने तो यहां तक भी कहा कि यह ईश्वर की इच्छा रही होगी कि वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बने तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री बनकर मनोहर लाल उन्हें सूरजकुंड मेले में छत्तीसगढ़ थीम राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में आमंत्रित करें। डा.रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जो विकास की राह बनी है, उसमें वहां रह रहे हरियाणावासियों की अहम भूमिका है। छत्तीसगढ़ देश में सीमेंट, स्टील, एल्यूमीनियम के कुल उत्पाद का 22 फीसद उत्पादन कर रहा है।