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फसाड़ लाइट की इतजार में रेलवे स्टेशन

By Edited By: Published: Fri, 18 May 2012 01:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 May 2012 01:12 AM (IST)

भिवानी, जागरण संवाददाता : भिवानी जंक्शन को माडर्न स्टेशन बनाने की प्रक्रिया लगभग 6 वर्ष पूर्व शुरू की गई थी। माडर्न स्टेशन योजना के तहत स्टेशन पर अनेक प्रकार के विकास कार्य करवाए गए। लेकिन प्लेटफार्म नम्बर 2-3 पर यात्रियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं हो पाई और न ही स्टेशन के बाहरी भवन पर चमक बिखेरने वाली फसाड़ लाइट लग पाई। इसी योजना के तहत भिवानी जंक्शन के भवन को चमचमाता दिखाने के लिए लाखों रुपए की राशि फसाड़ लाइट के लिए स्वीकृत की गई। राशि की स्वीकृति आई और इसके बाद फसाड़ लाइट भिवानी जंक्शन तक पहुंच गई। रेलवे स्टेशन के भवन को चमकदार दिखाने के लिए फसाड़ लाइट का अब तक भी इलैक्ट्रिक विभाग प्रयोग करने से हिचकिचा रहा है। लाखों रुपये खर्च कर भिवानी रेलवे स्टेशन के भवन के बाहर फसाड़ लाइट लगाने के लिए बेस तैयार किए गए थे। इनमें से कई बेस तो टूट चुके हैं अब बस उनके अवशेष ही नजर आ रहे है। जबकि कुछ की तारों को लोगों ने खींच कर तोड़ डाला है। यदि यह सब होना था तो फसाड़ लाइट के लिए बेस क्यों लगाए गए। रेलवे स्टेशन मुख्यद्वार के दोनों तरफ उक्त लाइट लगाने के लिए तांबे के गोल चक्कर अब भी गवाह के रूप में खड़े है। लेकिन इन पर भवन को चमकाने वाली लाइटें कभी नजर नहीं आई। अब तो हालत यह बनी हुई है कि फसाड़ लाइट के लिए बनाए गए बेस के अंदर से कनेक्शन के लिए निकाली तारे भी लोगों ने तोड़-मोड़ दी है। बीकानेर रेल मंडल के अधिकारी जब भी भिवानी जंक्शन का दौरा करते है तो इलैक्ट्रिक विभाग वाले इधर-उधर निरीक्षण का बहाना बनाते है। जब यहां रेलवे के शीर्ष अधिकारियों का जमावड़ा होता है, तो फसाड़ लाइट के लिए बनाए गए स्टैंड के उपयोग की चर्चा भी होती है। इन स्टैंडों का उपयोग क्यों नहीं किया गया। लेकिन इलैक्ट्रिक विभाग वालों से बारे में बातचीत की जाती है तो वे कोई जवाब नहीं देते। दबी जुबान से एक कर्मचारी ने कहा कि बिजली के ये उपकरण काफी नाजुक होते है, जो मामूली छेड़छाड़ से खराब हो सकते है और इससे रेलवे को हानि उठानी पड़ सकती है। फसाड़ लाइट लगाने के लिए सुरक्षित उपाय पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।

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इस बारे में स्टेशन अधीक्षक राजकुमार वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के बाहर फसाड़ लाइट की सुरक्षा व रखरखाव जरूरी है। इस बारे में निर्णय तो बीकानेर मंडल के अधिकारी ही लेंगे।

क्या है फसाड लाइट

रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश करते ही मुख्य द्वार के दायीं ओर तीन व बायीं ओर पाच फसाड़ लाइट के बेस बनाए गए है। द्वार के दोनों ओर दो-दो बेस लगाए गए है। ताबे के इस बेस पर चमक बिखेरने वाली आधुनिक फैं सी लाइट लगाई जानी थी जिससे रेलवे स्टेशन की भव्यता बने।

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