सौरमंडल के बाहर भी पृथ्वी जैसे ग्रह का जन्म संभव
जिन मूलभूत पदार्थों और मिश्रण प्रक्रिया के तहत पृथ्वी का निर्माण हुआ था, वही पदार्थ सुदूर स्थित तारों के इर्द-गिर्द ग्रहों के निर्माण में सहायक हो सकते हैं। खगोलविदों ने अपने अध्ययन के बाद कहा कि पृथ्वी की 'प्रयोगशालाÓ से हमें इस बारे में विस्तृत ब्योरा प्राप्त हुआ लेकिन यह
वाशिंगटन। जिन मूलभूत पदार्थों और मिश्रण प्रक्रिया के तहत पृथ्वी का निर्माण हुआ था, वही पदार्थ सुदूर स्थित तारों के इर्द-गिर्द ग्रहों के निर्माण में सहायक हो सकते हैं। खगोलविदों ने अपने अध्ययन के बाद कहा कि पृथ्वी की 'प्रयोगशालाÓ से हमें इस बारे में विस्तृत ब्योरा प्राप्त हुआ लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि अन्य ग्रह मंडलों के निर्माण में भी यही फार्मूला काम करेगा या नहीं।
हॉवर्ड-स्मिथसोनिअन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स (सीएफए) के मुख्य रचनाकार कोर्टनी ड्रेसिंग ने कहा,'हमारा सौरमंडल इतना भी अनूठा नहीं है, जितना हम सोचते हैं। ऐसा लगता है कि बाहरी ग्रहों ने भी खुद के निर्माण में इन्हीं मूलभूत चीजों का इस्तेमाल किया।Ó कैनरी द्वीप पर रखे 3.6 मीटर के टेलीस्कोपियो नैजियोनेल गैलीलियो के हाप्र्स-नॉर्थ उपकरण की सहायता से वैज्ञानिक इस नए खुलासे तक पहुंचे हैं।
हाप्र्स का निर्माण पृथ्वी के आकार वाली दुनिया के द्रव्यमान के सटीक आंकलन के लिए किया गया है। घनत्व और मिश्रण का पता लगाने के लिए इस तरह का मापन बेहद जरूरी है। हाप्र्स-नॉर्थ साइंस टीम की अगुवाई कर रहे हावर्ड के खगोलविद डेविड चैबोनी ने कहा,'पिछले साल हमने हाप्र्स-नॉर्थ का इस्तेमाल पृथ्वी से दोगुने कम व्यास वाले ग्रहों पर ध्यान केंद्रित करने और कुछ ग्रहों के विस्तृत अध्ययन के लिए किया।Ó हाल ही में टीम ने पृथ्वी से 1.5 गुना आकार वाले केपलर-93 बी का विस्तृत अध्ययन किया, जो अपने तारे की परिक्रमा 4.7 दिनों में पूरी करता है। इससे टीम को कई चौंकाने वाली बातों का पता चला।