भाजपा की विस्तारक योजना का आरंभ करेंगे अमित शाह
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की विस्तारक योजना की शुरुआत आदिवासी परिवार के साथ भोजन करके शुरुआत करेंगे।
अहमदाबाद। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की विस्तारक योजना की शुरुआत आदिवासी परिवार के साथ भोजन करके शुरुआत करेंगे। इससे पहले भाजपा ने केरल में गौहत्या के मुददे पर कांग्रेस को आडे हाथ लिया है। विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल व ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा उजागर कर दी है।
शाह मंगलवार को अहमदाबाद पहुंचे, शाहीबाग सरकिट हाउस में उनसे मिलने सीएम विजय रुपाणी उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल पहुंचे। शाह बुधवार को राज्य के आदिवासी बहुल पंचमहाल जिले के देविलया गांव में भाजपा की विस्तारक योजना का आरंभ करेंगे। सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात के बाद अब भाजपा मध्य गुजरात में अपनी पकड को मजबूत करने में जुट गई है। देवलिया गांव में भाजपा के विस्ता्रक अभियान की शुरुआत खुद शाह करेंगे, इसके बाद शाह स्थानीय आदिवासी पोपट राठवा के घर खाना खाएंगे।
शाह गुजरात में किसी आदिवासी परिवार के घर खाना खाकर उन्हें भाजपा के साथ जोडने का प्रयास करेंगे। शाह की गुजरात यात्रा से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल व ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने भी अपनी राजनीतिक इच्छा जाहिर कर दी है। हार्दिक ने कांग्रेस के करीब होने के संकेत दिए, हार्दिक ने कांग्रेस से पाटीदार समाज को आरक्षण देने का फार्मूला पूछा है। साथ ही सत्ता में आने पर पाटीदार युवकों के खिलाफ चल रहे मुकदमें वापस लेने तथा पाटीदार आयोग व ओबीसी के तहत ही आरक्षण के संबंध में आश्वासन मांगा है। वहीं अल्पेश ने खुद अपनी पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है। सोमनाथ से अपनी यात्रा से पहले अल्पेश ने कहा कि वंचित समाज को न्याय दिलाने के लिए वे 77 सीटों पर अपने उम्मीदवार खडे करेंगे। आगामी दिनों में वे अपनी पपार्टी के नाम का भी ऐलान करने वाले हैं।
भाजपा प्रवक्ता भरत पंडया ने शाह के आने से पहले कांग्रेस पर तगडा हमला बोला है। उन्होंने केरल में युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बीफ पार्टी के मुददे पर कांग्रेस को देश की संस्क्रति विरोधी पार्टी बताया है। पंडया ने कहा है कि कांग्रेस ने हमेशा वाणी स्वतंत्रता के नाम पर देश की सभ्यता विरोधी विचारधारा को बढावा दिया है। केरल की घटना ने देश के करोडों लोगों की भावना को आघात पहुंचाया है, पंडया ने चेताया है कि यह नरेन्द्र मोदी व विजय रुपाणी का गुजरात है केरल नहीं इसलिए गुजरात में चुनावी जीत के मंसूबे नहीं पालें।