फेडरल रिजर्व पर रहेगी शेयर बाजार की नजर
केबल बाजारों के लिहाज से यह सप्ताह काफी हलचल भरा रहने वाला है। बुधवार व गुरुवार को फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की दो दिन की बैठक हो रही है। इसमें भविष्य की ब्याज दरों के बारे में विचार किया जाना है। आर्थिक मोर्चे पर दिख रहे सुधारों के चलते बहुत
केबल बाजारों के लिहाज से यह सप्ताह काफी हलचल भरा रहने वाला है। बुधवार व गुरुवार को फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की दो दिन की बैठक हो रही है। इसमें भविष्य की ब्याज दरों के बारे में विचार किया जाना है। आर्थिक मोर्चे पर दिख रहे सुधारों के चलते बहुत संभव है कि अमेरिक फेडरल रिजर्व इस बार ब्याज दरों में वृद्धि का फैसला टाल दे। मगर अभी वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल की आशंका बनी हुई है। जहां तक भारत का सवाल है, चालू खाते के घाटे के काबू में रहने व 340 अरब डॉलर से अधिक के विदेशी मुद्रा भंडार के चलते वह हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। भले ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में मामूली वृद्धि ही क्यों न कर दे।
शुक्रवार को सरकार ने औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी किए, जो बाजार की उम्मीद से कहीं ऊपर रहे। इसलिए उम्मीद है कि बाजार इस पर सकारात्मक रुख अपनाएंगे। निवेशक केवल 3.4 फीसद वृद्धि दर की उम्मीद कर रहे थे, जो अंतत: 4.2 फीसद रही। सोमवार को अगस्त माह के खुदरा महंगाई के आंकड़े आने की उम्मीद है। मंगलवार को कंपनियों के अग्रिम कर के आंकड़े सार्वजनिक होंगे। इससे दूसरी तिमाही के कॉरपोरेट नतीजों के संकेत मिलेंगे।
इस सप्ताह पेट्रोल व डीजल के दामों की पाक्षिक समीक्षा होनी है। इसके चलते तेल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में हलचल रह सकती है। हॉट रोल्ड फ्लैट स्टील उत्पादों पर 20 फीसद की सेफगार्ड ड्यूटी लगने से मेटल व बैंकिंग कंपनियों के शेयर पर ध्यान रखना चाहिए। प्रतिस्पर्धा बढ़ने से जेएसडब्ल्यू स्टील व सेल को फायदा हो सकता है। सरकारी बैंकों के शेयरों पर इसलिए नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इनका स्टील सेक्टर में तीन लाख करोड़ रुपये का एक्सपोजर है। पिछले महीने उत्तर भारत में स्टील के दामों में वृद्धि हुई है, इसलिए इस क्षेत्र की सीमेंट कंपनियों जैसे जेके लक्ष्मी सीमेंट व श्री सीमेंट के शेयरों पर नजर रखनी चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंगलवार को बैंक ऑफ जापान अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। उसी दिन फेडरल रिजर्व अमेरिकी औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी जारी करेगा। बुधवार को यूरो जोन के महंगाई के आंकड़े आएंगे। इसी तरह तेल उत्पादन पर ओपेक ऑयल मार्केट रिपोर्ट सोमवार को जारी कर रहा है। यह रिपोर्ट बताएगी कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की मांग और आपूर्ति की ताजा स्थिति क्या है।
संदीप पारवाल
एमडी
एसपीए
कैपिटल्स