फिल्म रिव्यू: एंट मैन (4 स्टार)
किसी भी सुपरहीरो के लिए जरूरी है कि वो बड़ा और मजबूत हो। उसमें असीमित योग्यताएं हो। वो अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए करता है। इस बीच एक हीरोइन की भी जरूरत होती है जो कभी नहीं समझ पाती कि आखिर हीरो का
प्रमुख कलाकार: पौल रड, इवांजलीना लिली, कॉरी स्टोल
निर्देशक: पेटोन रीड
स्टार: 4
किसी भी सुपरहीरो के लिए जरूरी है कि वो बड़ा और मजबूत हो। उसमें असीमित योग्यताएं हो। वो अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए करता है। इस बीच एक हीरोइन की भी जरूरत होती है जो कभी नहीं समझ पाती कि आखिर हीरो का गोल क्या है। यह एक परिभाषा मानी जाती है सुपरहीरो की। हम इसे स्वीकार भी करते हैं। पसंद भी करते हैं। प्यार भी देते हैं।
मगर साल 2015 में यह परिभाषा बदली है। दर्शकों का टेस्ट भी बदला है। 'एंट मैन'-ए सुपरहीरो कुछ ऐसी ही फिल्म है। निर्देशक पेटोन रीड एक ऐसी फिल्म लेकर आए हैं जिसका इंतजार दर्शकों को बहुत समय से था। जब चीजें बहुत बड़ी हो जाती है। सुपरहीरो और सुपरविलेन की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस बीच एक ही चीज नई नजर आ सकती है और वो यह कि कुछ छोटा भी हो जाए। 'एंट मैन-ए सुपरहीरो में ऐसा ही कुछ बताया गया है।
सुपरहीरो अपना आकार चीटीं के समान छोटा करना चाहता है। मकसद है अपने मिशन को पूरा करना। कंसेप्ट अच्छा है। मार्वल टीम ने इसे अच्छे से समझा भी है। जिनियसनेस का उदाहरण यह है कि 'एंट मैन" एक कॉमेडी है। कई मौकों पर सेल्फ अवेयर भी नजर आती हैं।
'एंट मैन' में कई बातें हैं जो अलग हैं। इसका केंद्रीय पात्र भी अलग है। इस फिल्म का हीरो भी एक बुरा आदमी है। एकाएक वो हीरो बन जाता है। पॉल रूड ने इस हीरो का कैरेक्टर प्ले किया है। इससे पहले वे फ्रेंड्स में नजर आ चुके हैं। कॉमेडी के तौर पर चर्चा में भी रहे। कास्टिंग भी बढ़िया थी क्योंकि पॉल की कॉमिक टाइमिंग कमाल की थी। यह इसलिए भी अच्छी थी कि आमतौर पर सुपरहीरो बहुत सीरियस जान पड़ते हैं। ऐसे में कॉमेडी एक नया टच देता है।
रीड का डायरेक्शन कमाल का है। कहानी को बहुत अच्छे से पेश किया गया है। 'एंट मैन' की विशेषता फिल्म में स्पेशल इफेक्ट्स हैं। हीरो की सिकुड़ने की योग्यता को देखना कमाल का अनुभव है। यह सीन्स बहुत अच्छे से फिल्माए गए हैं। विलेन के साथ फाइनल लड़ाई इस मजे को दोगुना करती है। दूसरे शहर को नष्ट करने का सीन एक छोटी लड़की के बैडरुम में फिल्माया गया है। इससे मनोरंजन भी पैदा होता है। 2डी में फिल्म देखी जा सकती हैं। यह अच्छी फिल्म हैं।