माथे पर शिकन, कान पर मोबाइल ,आगरा की ऑटोरिक्शा में मुन्नाभाई
बता दें कि चार अगस्त को रिलीज़ होने जा रही , जेल वापसी के बाद की संजय दत्त की ये फिल्म एक पिता-पुत्री की इमोशनल कहानी है, जिसमें अदिति राव हैदरी , संजय दत्त की बेटी बनी हैं।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। समय बिताने के लिए कभी कभी आप अंताक्षरी खेलते हैं और समय बचाने के लिए कभी कभी फिल्मी सितारे अपने स्टारडम से। संजय दत्त के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। शूटिंग पर लेट ना हो इसलिए मुन्नाभाई को आगरा की सड़क पर ऑटोरिक्शा में सफ़र करना पड़ा।
जी हां , ये सफ़र , अंग्रेजी और हिंदी दोनों वाला था। पता तो होगा ही कि संजय दत्त इन दिनों ओमंग कुमार की फिल्म ' भूमि ' की शूटिंग के लिए आगरा में हैं। अब तक तो दर्जनों हेडलाइट वाली फैन की बनाई हुई बाइक पर बैठ कर खूब इतरा रहे थे लेकिन कुछ समय बाद जब फैन्स के बीच से हो कर शूटिंग के लिए जाना पड़ा तो सब समझ में आ गया। दरअसल रविवार को संजय दत्त को अपने होटल के पास ही बने शूटिंग स्पॉट पर पहुंचना था। गाड़ी में बैठ कर निकले तो थे लेकिन कुछ ही दूर जा कर रफ़्तार धीमी पड़ी तो समझ में आया ट्रैफिक जाम है। ताज की नगरिया में फैन्स की नजरिया जैसे जैसे मुन्नाभाई की तरफ पड़ती जा रही थी ,भीड़ के बेकाबू होने का माहौल बनने लगा।
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बस फिर क्या था , संजय दत्त को तुरंत एक ऑटोरिक्शा में बिठाया गया और मेन रोड़ की बजाय सकरे रास्तों से सेट तक ले जाने की कवायद शुरू हो गई। गलियों में भी फैन्स एक झलक के लिए बेताब थे और बॉडीगार्ड संजय दत्त को शूटिंग की जगह तक पहुंचाने के लिए। रास्ते में संजू बाबा लगातार फोन पर बातें किये जा रहे थे। माथे पर शिकन थी। निश्चित रूप से भीड़ से बच कर जल्दी से शूटिंग तक पहुंचने की। कुछ देर बाद डेस्टिनेशन आ गया तो जा कर सबकी सांस में सांस आई। खैर वक्त की पाबंदी तो सबके लिए जरूरी होगी है। वर्षों तक स्टारडम देखने के बाद संजय दत्त इस बात को बखूबी सीख गए हैं।
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बता दें कि चार अगस्त को रिलीज़ होने जा रही , जेल वापसी के बाद की संजय दत्त की ये फिल्म एक पिता-पुत्री की इमोशनल कहानी है, जिसमें अदिति राव हैदरी , संजय दत्त की बेटी बनी हैं।