..तो कुछ ऐसे रणबीर ने समझाया 'बेशरम' का मतलब
'सोचकर करता नहीं, करके सोचता नहीं।' जी हां ऐसा ही कुछ किरदार रणबीर कपूर ने फिल्म 'बेशरम' में निभाया। फिल्म के टाइटल से ये अनुमान लगाना आसान है कि रणबीर ने फिल्म में बेशर्मी की सारी हदें पार की होंगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। रणबीर कहते हैं कि बेशरम मतलब ये नहीं कि किसी से भी अभद्र आचरण करो, बल्कि इसका मतलब कहीं न कहीं ये है कि जो आपका मन करें वही करो। जबरदस्ती कुछ भी मत करो।
मुंबई। 'सोचकर करता नहीं, करके सोचता नहीं।' जी हां ऐसा ही कुछ किरदार रणबीर कपूर ने फिल्म 'बेशरम' में निभाया। फिल्म के टाइटल से ये अनुमान लगाना आसान है कि रणबीर ने फिल्म में बेशर्मी की सारी हदें पार की होंगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। रणबीर कहते हैं कि बेशरम मतलब ये नहीं कि किसी से भी अभद्र आचरण करो, बल्कि इसका मतलब कहीं न कहीं ये है कि जो आपका मन करें वही करो। जबरदस्ती कुछ भी मत करो।
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रणबीर ने कहा कि इस फिल्म में उनके किरदार की काफी चर्चा हो रही है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्हें इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है कि लोग उनकी सराहना करते हैं या नहीं। उन्होंने कहा, 'मेरे दिल ने जो कहा मैने वही किया। मुझे जिसमें खुशी मिलती है मैं वहीं करता हूं।' इस फिल्म में भी कुछ ऐसा ही दिखाया गया है। इस फिल्म से लोग अपने अंदर छिपे किरदार को पहचान पाएंगे। 'मुझे तो लगता है कि लोग अगर इससे सकारात्मक सोच का विकास करते हैं तो ज्यादा बेहतर होगा। जिंदगी को जी भर के जीने को बेशरम नहीं कह सकते।'
गौरतलब है कि ये फिल्म आज सिनेमाघरों में आ जाएगी। फिल्म में रणबीर के साथ सिल्वर स्क्रीन पर उनके असली माता-पिता ऋषि कपूर और नीतू सिंह भी नजर आएंगे। आज गांधी जयंती है और छुंट्टी का दिन। उम्मीद की जा रही है कि फिल्म को अच्छा रिसपांस मिलेगा।
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