'रंगून की असफलता से हिल गयी थी, लगा जैसे ख़त्म हो गयी'
कंगना आगे कहती हैं, ''मुझे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। मैं हिंदी सिनेमा की लीडिंग लेडी फेस मानी जाती हूं दुनियाभर में। ये सब कुछ बहुत है मेरे लिए।''
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। कंगना रनौत की पिछली फ़िल्म 'रंगून' नाकामयाब रही हैं। कंगना कहती हैं कि रंगून की असफलता उनके लिए बड़ी नाकामयाबी थी। वह इससे डिस्टर्ब भी हो गयी थीं।
कंगना कहती हैं, ''मैंने उस फ़िल्म से काफी अपेक्षाएं जोड़ ली थीं, लेकिन इसके बाद मुझे रिएलिटी चेक हुआ कि जब मैं अपना घर छोड़कर आयी थी और जो सोचकर आयी थी कि मुझे वह मुकाम हासिल करना है, तो मैंने अब उससे ज्यादा कर लिया है। फिर मैंने गौर किया कि मेरे एक्सपेक्टेशन मुझसे और ज्यादा होती जा रही है। मुझे लगा कि ये ग़लत हो रहा है। मैं लालची हो जाऊंगी, तो कहीं ना कहीं उस फेल्योर ने मुझे फ्रीडम दी। अब मेरा मनाली में खूबसूरत घर है, जो कि नहीं सोचा था। कल को मेरी फ़िल्म चले ना चले, जो भी है। मैं वहां चली जाऊंगी।''
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कंगना आगे कहती हैं, ''मुझे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। मैं हिंदी सिनेमा की लीडिंग लेडी फेस मानी जाती हूं दुनियाभर में। ये सब कुछ बहुत है मेरे लिए। फेल्योर के दौरान आपको लगता है कि एक मोमेंट पर कि जो लोग मुझ पर अटैक कर रहे थे, रंगून के दौरान मुझे लगा कि मेरी 'worst fear come true' हो रही है। लगा कि अब इससे बुरा कुछ हो नहीं सकता। तो इसके बाद साहस आ जाता है कि अब आपको और कोई नीचा नहीं दिखा सकता, चूंकि आप काफी नीचे तो जा ही चुके हैं। एक तरह का रिलीफ़ होता है।''
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कंगना कहती हैं, ''मेरी जैसी लड़की जो कि कुछ नहीं थी और सब कुछ हासिल किया। मुझे लगता है कि मैं कुछ भी कर सकती हूं दुनिया में। कंगना कहती हैं कि उन्हें किसी तरह की इनसिक्योरिटी भी नहीं है। वह संतुष्ट हैं।''