'आलमआरा' के 85 साल, सिनेमा जगत में रचा था नया इतिहास
साल 1931 में आई पहली बोलती फिल्म 'आलमआरा' ने आज 85 साल पूरे कर लिए हैं। इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा जगत में एक नया इतिहास रचा।
नई दिल्ली। साल 1931 में आई पहली बोलती फिल्म 'आलमआरा' ने आज 85 साल पूरे कर लिए हैं। इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा जगत में एक नया इतिहास रचा। अर्देशिर ईरानी निर्देशित ये फिल्म इतनी लोकप्रिय हुई कि दर्शकों में इसे देखने की दीवानी छा गई और सिनेमाघरों में इतनी भीड़ लग गई कि उसे काबू में करने के लिए पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा।
शिल्पा ने खाई भर प्लेट जलेबी, इंटाग्राम पर शेयर किया वीडियो
अर्देशिर ने फिल्मों में आवाज की जरूरत को देखते हुए 'आलमआरा' का निर्माण किया था। इसका पहला शो मुंबई के मैजेस्टिक सिनेमा में 14 मार्च 1931 को दिखाया गया था। इस फिल्म में मुख्य भूमिका में मास्टर विट्ठल और जुबैदा नजर आए थे। 'आलमआरा' एक राजकुमार और बंजारन लड़की की प्रेम कहानी है, जिसे अर्देशिर ने एक अंग्रेज़ी फिल्म "शो बोट" को देख कर बनाई थी।
आपको बता दें कि जहां इस फिल्म ने व्यापक सफलता हासिल की तो, वहीं फिल्म के संगीत ने भी काफी सुर्खियां बटोरीं। 'दे दे खुदा के नाम पर' भारतीय सिनेमा का पहला गाना था जो काफी हिट हुआ। अभिनेता वजीर मोहम्मद खान ने इस गाने में अपनी आवाज दी, जो फिल्म में एक फकीर की भूमिका में नजर आए थे।
देखिए कैसे 'सुल्तान' के सेट पर 'हरियाणा की शेरनी' बनीं अनुष्का शर्मा
'आलमआरा' के बाद बॉलीवुड में बोलती फिल्मों का चलन शुरू हो गया और आज हर शुक्रवार फिल्में रिलीज हो रही हैं और बॉक्स ऑफिस पर हिट और फ्लॉप का सिलसिला जारी है।